जोधपुर. देश की सुरक्षित जेलों में शुमार जोधपुर सेंट्रल जेल में बंदी मोबाइल का इस्तेमाल धड़ल्ले कर रहे हैं. आलम यह है कि हर महीने जेल प्रसाशन जेल में मोबाइल चलाने वाले बंदियों के खिलाफ मामले दर्ज करवा रहा है लेकिन मामले थम नहीं रहे हैं. जेल में सोमवार की शाम एक कैदी मोबाइल चलाते पकड़ा गया है.
माना जा रहा है कि जेल की सुरक्षा व्यवस्था की खामियों और मिलीभगत के चलते यह क्रम जारी है. सोमवार शाम को जेल प्रसाशन ने एक और मामला दर्ज करवाया है. जिसमें बताया गया है कि डिप्टी जेलर सुनीता कुमारी के तलाशी लेने के दौरान बंदी सुरेश उर्फ भेरिया मोबाइल चलाते हुए पाया गया. जबकि मोबाइल जेल में निषिद्ध सामग्री है. जिसके बाद रातानाडा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
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रसद सामग्री के साथ मोबाइल ले जाते पकड़ाए
इस साल फरवरी में जेल में मोबाइल का बड़ा जखीरा पकड़ा गया. जिसके बाद जेल प्रशासन हिल गया. जेल में लगे कुछ सीसीटीवी को अभय कमांड (Abhay Command Centre Jodhpur) से जोड़ा गया है. जहां बैठे अफसरों को कुछ फुटेज मिले. जिसमें कुछ लोग जेल में रसद के साथ स्टोर में निषेध वस्तुएं ले जाते हुए नजर आए. जिसके बाद कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुई लेकिन इसपर लगाम नहीं लग सका.
लगातार मोबाइल मिलने का क्रम जारी है
जोधपुर जेल में तलाशी के दौरान लगभग हर महीने किसी न किसी बैरक में मोबाइल चलाते बंदी जेल प्रहरियों को नजर आते हैं. इसके अलावा कुछ मोबाइल जमीन में छुपाए हुए मिले हैं. इस पर जेल प्रशासन लगाम नहीं लगा पा रहा है.
- 13 जनवरी को दो बंदी प्रवेश के दौरान मुंह और प्राइवेट पार्ट्स में सिम ले जाते पकड़े गए
- 4 फरवरी को जेल इतिहास में सर्वाधिक 17 मोबाइल बरामद हुए
- 16 मार्च को किसी ने बाहर से पैकेट फेंका जिसमे 4 मोबाइल और चार्जर मिले
- 2 अप्रैल को तलाशी में 4 मोबाइल मिले
- 21 अप्रैल को बैरक की तलाशी में 6 मोबाइल मिले
- 14 मई को 3 मोबाइल मिले