भोपालगढ़ (जोधपुर). राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बारहवीं कला वर्ग के परिणाम ने साबित कर दिया है कि सफलता किसी कमी की मोहताज नहीं होती. जो मां-बाप खेती-बाड़ी या मजदूरी करते हैं, उनके बच्चों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है. ऐसा ही कुछ भोपालगढ़ विधानसभा क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक जाजीवाल गेहलोता में इस वर्ष बारहवीं कक्षा कला संकाय का प्रथम बैच था.
जिसमें कुल 41 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिनका परीक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रहा. कक्षा में प्रथम स्थान 90.8 प्रतिशत के साथ कंचन ने प्राप्त करते हुए क्षेत्र में सरकारी विद्यालय का परचम लहराया है. विद्यालय में प्रथम आने वाली कंचन अपने घर के कार्य के साथ-साथ सिलाई का कार्य भी करती थी. इसके साथ ही हर रोज नियमित रूप से 5-6 घंटे पढ़ाई भी करती थी.
कंचन के माता-पिता की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह पढाई के साथ अपने परिवार का घर खर्चा चलाने के लिए नियमित रूप से सिलाई का कार्य भी साथ में करती थी. विद्यालय के प्रधानाचार्य कैलाश चंद ने बोर्ड परीक्षा में 90.8 प्रतिशत के साथ अव्वल आने वाली कंचन को साफा पहनाकर बधाई दी.
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इस दौरान छात्रा ने कहा कि वह अपने आर्थिक स्थिति को देखते हुए राजस्थान प्रशासनिक सेवा में जाकर आमजन की सेवा करना चाहती हैं. इस दौरान उन्होंने हर माता-पिता से कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे तभी सार्थक होंगे जब आप बेटियों को आगे लेकर आएंगे. साथ ही व्याख्याता जेठाराम जाखड़ ने इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.