ETV Bharat / state

गहलोत सरकार का चौंकाने वाला फैसला, अपने ही कार्यकाल में हुए JDA घोटाला मामले में दी अभियोजन स्वीकृति

यह निर्णय चौंकाने वाला इसलिए है क्योंकि यह कार्य पिछली गहलोत सरकार के दौरान ही स्वीकृत हुआ था और भाजपा की वसुंधरा सरकार इसकी जांच कर रही थी.

फाइल फोटो
author img

By

Published : Mar 19, 2019, 3:23 PM IST

जोधपुर. गहलोत सरकार ने मंगलवार को एक चौंकाने वाला निर्णय लेते हुए जोधपुर विकास प्राधिकरण में हुए घोटालों के मामले में दोषी कार्मिकों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी कर दी है. शहर के आदर्श कॉलोनी मानसागर में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य की ई-निविदा निकाल कर दो करोड रुपए का घोटाला हुआ था.

CLICK कर देखें VIDEO

यह निर्णय चौंकाने वाला इसलिए है क्योंकि यह कार्य गहलोत सरकार के दौरान ही स्वीकृत हुआ था. इस मामले की जांच भाजपा की वसुंधरा सरकार ने एसीबी से करवाई थी. जिसके बाद खुद अशोक गहलोत ही इस मामले में कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को फंसाने का आरोप वसुंधरा सरकार पर लगाते रहे थे. अब जब उनकी सरकार द्वारा ही अभियोजन स्वीकृति जारी हुई है तो इससे भाजपा सरकार की कार्रवाई को भी बल मिला है.

एसीबी ने करीब 2 माह पहले चार मामलों में जेडीए के अफसरों व कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश करने के लिए सरकार से स्वीकृति मांगी थी. इनमें करीब 10 अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम शामिल हैं. भाजपा सरकार के समय जेडीए में घोटाले को लेकर एसीबी में 4 एफआईआर दर्ज की गई थी. इनमें एफआइआर संख्या 111 में अभियोजन स्वीकृति मिली है.

भाजपा सरकार के समय हुई जांच के दौरान गहलोत के खासमखास रहे जिले के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी को भी एसीबी ने 2017 में गिरफ्तार किया था. इसके अलावा कई अफसर भी गिरफ्तार हुए थे. तब गहलोत ने वसुंधरा सराकर की इस कार्रवाई को द्वेषपूर्ण बताया था. अब देखना यह है कि अभियोजन की स्वीकृति के बाद कितने अफसरों पर गाज गिरती है.

जोधपुर. गहलोत सरकार ने मंगलवार को एक चौंकाने वाला निर्णय लेते हुए जोधपुर विकास प्राधिकरण में हुए घोटालों के मामले में दोषी कार्मिकों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी कर दी है. शहर के आदर्श कॉलोनी मानसागर में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य की ई-निविदा निकाल कर दो करोड रुपए का घोटाला हुआ था.

CLICK कर देखें VIDEO

यह निर्णय चौंकाने वाला इसलिए है क्योंकि यह कार्य गहलोत सरकार के दौरान ही स्वीकृत हुआ था. इस मामले की जांच भाजपा की वसुंधरा सरकार ने एसीबी से करवाई थी. जिसके बाद खुद अशोक गहलोत ही इस मामले में कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को फंसाने का आरोप वसुंधरा सरकार पर लगाते रहे थे. अब जब उनकी सरकार द्वारा ही अभियोजन स्वीकृति जारी हुई है तो इससे भाजपा सरकार की कार्रवाई को भी बल मिला है.

एसीबी ने करीब 2 माह पहले चार मामलों में जेडीए के अफसरों व कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश करने के लिए सरकार से स्वीकृति मांगी थी. इनमें करीब 10 अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम शामिल हैं. भाजपा सरकार के समय जेडीए में घोटाले को लेकर एसीबी में 4 एफआईआर दर्ज की गई थी. इनमें एफआइआर संख्या 111 में अभियोजन स्वीकृति मिली है.

भाजपा सरकार के समय हुई जांच के दौरान गहलोत के खासमखास रहे जिले के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी को भी एसीबी ने 2017 में गिरफ्तार किया था. इसके अलावा कई अफसर भी गिरफ्तार हुए थे. तब गहलोत ने वसुंधरा सराकर की इस कार्रवाई को द्वेषपूर्ण बताया था. अब देखना यह है कि अभियोजन की स्वीकृति के बाद कितने अफसरों पर गाज गिरती है.

Intro:जोधपुर गहलोत सरकार के एक चौंकाने वाले निर्णय के तहत जोधपुर विकास प्राधिकरण में हुए घोटालों के मामले में शहर के आदर्श कॉलोनी मानसागर में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य किधर ई निविदा निकाल कर दो करोड रुपए का घोटाला करने के मामले में सरकार ने दोषी कार्मिकों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति जारी कर दी है यह निर्णय चौंकाने वाला इसलिए है कि यह कार्य गहलोत सरकार के दौरान ही हुए थे जिनकी जांच भाजपा सरकार ने एसीबी से करवाई थी लगातार अशोक गहलोत इन मामलों में कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को फंसाने का आरोप वसुंधरा सरकार पर लगाते रहे हैं लेकिन अब उनकी सरकार द्वारा ही अभियोजन स्वीकृति जारी करने से भाजपा सरकार की कार्रवाई को बल मिला है


Body: एसीबी ने करीब 2 माह पहले चार मामलों में जेडीए के अफसरों व कर्मचारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश करने के लिए सरकार से स्वीकृति मांगी थी इनमें करीब 10 अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम शामिल है भाजपा सरकार के समय जेडीए में घोटाले को लेकर एसीबी में 4 एफ आई आर दर्ज की गई थी इनमें एफआइआर संख्या 111 में अभियोजन स्वीकृति मिली है। भाजपा सरकार के समय हुई जांच के दौरान गहलोत के खास खास रहे जिले के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी को भी एसीबी ने 2017 में गिरफ्तार किया था इसके अलावा कई अफसर भी गिरफ्तार हुए थे अब देखना यह है कि अभियोजन की स्वीकृति के बाद कितने अफसरों पर गाज गिरती है।



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.