जोधपुर. शहर के व्यवस्तम जालोरी गेट से पावटा तक की सड़क पर बिना सिंग्नल ट्रैफिक संचालन के लिए लूपिंग ट्रैफिक व्यवस्था लागू करने की कवायद शुरू कर दी गई है. इसको लेकर कलेक्टर सभागार में विशेषज्ञों की ओर से प्रजेंटेशन दिया गया. जिला कलेक्टर, जेडीए आयुक्त, निगम आयुक्त महापौर और विधायकों की मौजूदगी में हुए प्रजेंटेशन में यह बताया गया कि इस रोड पर एलिवेटेड रोड बनने तक बिना रूके ट्रैफिक संचालन के लिए लूपिंग प्रणाली उपयुक्त होगी.
बता दें, सामान्यतः लूपिंग प्रणाली में दो लेन में आवाजाही होती है. यानी की कोई वाहन क्रॉस नहीं होता है. इसके लिए बताया गया कि पावटा से जलौरी गेट तक दो लेन रोड है. यहां इसे लागू किया जा सकता है, क्योंकि सर्वाधिक परेशानी भी इसी मार्ग पर है. इस प्रणाली में मार्ग में आने वाले चौराहे यहां कट से वाहन क्रॉस नहीं हो सकते. चालक को अगले मोड़ तक का इंतजार करना होगा, जहां से वह यू-टर्न लेकर ही वापस अपने कट या चौराहे तक जाकर ही अपने स्थान तक पहुंच सकता है. इससे वाहन निर्बाध गति से आ जा सकते है.
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उधर, जालौरी गेट से सोजती गेट तक वैकल्पि मार्ग जो कि जालौरी गेट बारी से तकिया चांद शाह से सोजती गेट तक आता है, वहां भी ऐसा ही प्रयोग किया जाएगा. कलेक्ट्रेट सभागार में प्रमुख शासन सचिव यूडीएच भास्कर आत्माराम सावंत की मौजूदगी में आर्किटेक्चर अनूप भर्तिया की ओर से दिए प्रजेंटेशन में लूपिंग ट्रैफिक सिस्टम के साथ साथ हैरिटेज सौंदर्यकरण पर भी बात हुई. संभागीय आयुक्त ने प्रजेंटेशन के बाद बैठक में कहा कि सभी के साथ सकारात्मक चर्चा लूप ट्रैफिक सिस्टम पर हुई, यह कार्य गति से करेंगे.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक-एक प्रोजेक्ट को रिव्यू कर रहे हैं और इसे सफल होते देखना चाहते हैं. इस प्रजेंटेशन में व्यापारी वर्ग भी शामिल हुआ, जिनसे सुझाव लिए गए. शुरुआती दौर पर लूपिंग ट्रैफिक व्यवस्था के प्रति सभी वर्ग सकारात्मक दिखे, लेकिन अभी इसे धरातल पर लाने के लिए जेडीए, निगम और ट्रैफिक पुलिस को मशक्कत करनी होगी.