जोधपुर. एक साल पहले ईद पर जोधपुर में हुए सांप्रदायिक तनाव की तस्वीर से उलट अब दोनों समुदायों में सद्भाव और संभाव की तस्वीर सामने आई है. 28 सितंबर को अनंत चतुर्दशी और ईद मिलादुन्नबी है. इन त्योहार पर दोनों समुदाय के बड़े आयोजन और जुलूस निकाले जाते हैं. ऐसे में एक ही दिन दोनों समुदाय के जुलूस निकलवाना पुलिस और प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था बनाना बहुत चुनौती होता है. लेकिन इसको लेकर दोनों समुदायों ने बुधवार को फैसला लिया कि अनंत चतुर्दशी के अगले दिन 29 सितंबर को ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकालने का निर्णय लिया है.
जोधपुर पुलिस कमिश्नर रवि दत्त गौड़ ने बताया कि दोनों समुदायों के लोगों की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया जो मुस्लिम समाज की स्कारात्मकता दर्शाता है. बैठक में जुलूस के मार्गों पर भी बातचीत हुई है. संत रामप्रसाद ने इस पहल को सकारात्मक बताया. ईद मिलादुन्नबी जलसा कमेटी के अध्यक्ष हाजी रहीम बक्श ने बताया कि मुस्लिम समाज ने निर्णय लिया है कि हम 29 सितंबर को ईद मिलादुन्नबी मनाएंगे. 28 को अनंत चतुर्दशी है. हम चाहते हैं सभी लोग अपना-अपना त्योहार सुकून से मनाएं.
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गत वर्ष 2 मई को हुआ था तनाव: गत वर्ष ईद के एक दिन पहले रात को जालोरी गेट पर सजावट के दौरान यहां लगी स्वतंत्रता सेनानी की मूर्ति पर धार्मिक झंडे और बैनर लगाने से विवाद हुआ था. रात को ही तनाव की स्थिति बन गई. 3 मई की सुबह ईदगाह में नमाज के बाद अनियंत्रित भीड़ भीतरी शहर में गई और कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई. लोगों के साथ मारपीट और चाकूबाजी की घटनाएं हुई. 10 दिन तक अलग-अलग थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लागू रहा. 100 से ज्यादा लोगों की दोनो पक्षों से गिरफ्तारियां हुई थीं. जिससे जोधपुर में लंबे समय तक पुलिस की अलग-अलग जगह बड़ी तैनाती रही.