जोधपुर. डॉक्टर एसएन मेडिकल कॉलेज शनिवार को देह दान को बढ़ावा देने के लिए अब तक जिन लोगों की यहां देह दान हुई है, उनके परिजनों का सम्मान करेगा. कॉलेज के प्राचार्य डॉ दिलीप कछवाहा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2004 में पहला देह दान हुआ था. अब तक कुल 185 देह यहां मिली हैं. शनिवार को सम्मान समारोह में इन सभी परिवारों के प्रति अपनी कृतज्ञता जाहिर करेंगे. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास होंगे.
इसके अलावा शनिवार को ही बॉडी डोनेशन को बढ़ावा देने के लिए एक रैली भी निकाली जाएगी. प्राचार्य ने बताया कि जोधपुर मेडिकल कॉलेज को गत वर्ष 24 डेड बॉडी डोनेशन के माध्यम से मिली थी. शहर के कई सामाजिक कार्यकर्ता इस काम में हमारा सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि मेडिकल छात्रों के अध्ययन के लिए डेड बॉडी की जरूरत पड़ती है. हमारे कॉलेज में ही प्रतिवर्ष 15 डेड बॉडी की आवश्यकता होती है. हमने उदयपुर, बाड़मेर और एम्स को बॉडी दी है. जो छात्रों के अध्ययन में काम आती है. एनाटोमी विभागाध्यक्ष डॉ सुषमा कटारिया ने बताया कि हमने अभी तक के देह दान करने वाले सभी दानियों के फोटो सहित समस्त जानकारी सहज कर रखी है.
देहदानियों का बनाएंगे स्मारकः प्राचार्य ने बताया की मेडिकल की पढ़ाई में डेड बॉडी की आवश्यकता बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसके बिना डॉक्टरी की पढ़ाई आसान नहीं होती है. देहदान को बढ़ावा देने के लिए हम आने वाले समय में एक स्मारक बनाने पर भी विचार कर रहे हैं. इसके अलावा देहदान की घोषणा करने के लिए भी जागरूकता फैला रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस सरोकार से जुड़ें.
ब्रेन डेड के ऑर्गन ट्रांसप्लांट के भी प्रयासः डॉ दिलीप कछवाहा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में ही हमारा प्रयास है कि जो मरीज ब्रेन डेड हो जाते हैं उनके अंगों को दूसरे मरीजों में प्रत्यारोपित किया जा सके. इसके लिए लोगों को जागरूक करना बहुत आवश्यक है. शनिवार से हम यह मुहिम भी शुरू कर रहे हैं. जिससे आने वाले समय में जोधपुर में ही ब्रेन डेड मरीजों के अंगों के प्रत्यारोपण संभव हो सके. हालांकि इसकी प्रक्रिया काफी लंबी है, लेकिन हमने इस पर काम शुरू कर दिया है.