जोधपुर. ओसियां विधानसभा क्षेत्र के तिंवरी पंचायत समिति के उप प्रधान खेमाराम बाना को सरकारी निर्माण कार्य के शिला पट्ट पर अपना नाम नहीं होने का विरोध जताना भारी पड़ गया. पुलिस ने उपप्रधान को शांति भंग की धारा में गिरफ्तार कर लिया है. बीते बुधवार रात को ओसियां थाने के बाहर भाजपाइयों ने इस घटना को लेकर विरोध जताया. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के दबाव में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है. भाजपाइयों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने उपखंड अधिकारी से जमानत करवाने की प्रक्रिया थाने में करवाई और खेमाराम को रिहा कर दिया.
ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने उपप्रधान पर कार्यक्रम का व्यवधान उत्पन्न करने का आरोप लगाया. जबकि ओसियां के पूर्व विधायक एवं संसदीय सचिव भैराराम सियोल ने कहा कि पुलिस विधायक के दबाव में कम कर रही है. उप प्रधान भी एक चुना हुआ प्रतिनिधि है. उसके गांव में निर्माण कार्य हुआ था. प्रोटोकॉल के अनुसार गांव के सरपंच, पंचायत समिति, सदस्य जिला परिषद सदस्य के नाम होने चाहिए. लेकिन विधायक ने सिर्फ अपना और अपनी जिला प्रमुख का ही नाम लिखवाया. इसका विरोध जताने पर विवाद हुआ पुलिस उप प्रधान को थाने लेकर चली गई.
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थाने के बाहर देर रात हुआ हंगामा : उप प्रधान को थाने ले जाने की जानकारी मिलने पर पूर्व विधायक भैराराम सियोल, भाजपा नेता रामनिवास मंडा, डॉ. केआर डाउकिया सहित अन्य लोग थाने पहुंच गए. जहां पुलिस उपाधीक्षक मदनलाल रॉयल के साथ सभी की तीखी बहस भी हुई. भाजपा नेताओं ने कहा कि जनप्रतिनिधि को बोलने का अधिकार है क्या वह अपनी बात भी नहीं रख सकता ? पुलिस भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं को टारगेट करके कार्रवाई क्यों कर रही है? पूर्व विधायक सियोल ने कहा कि जिस तरीके से पुलिस ने चुने हुए प्रतिनिधि को गिरफ्तार किया है, यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है. बिना कार्रवाई के उप प्रधान खेमाराम बाना को रिहा करने की मांग पर अड़ गए. अंत में पुलिस ने थाने में ही जमानत के लिए उपखंड अधिकारी से संपर्क कर औपचारिकता पूरी कर बाना को छोड़ा.
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कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अवैध शराब बेचने की छूट : थाने के बाहर बहस के दौरान भाजपाइयों आरोप लगाया कि कांग्रेस के कार्यकर्ता और विधायक के समर्थक शराब की अवैध ब्रांच लगाकर बिक्री कर रहे हैं. उनको पुलिस संरक्षण दे रही है. जबकि कोई अन्य अवैध ब्रांच चल रहा है तो उसे गिरफ्तार किया जा रहा है. समान रूप से कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है? इस पर उपाधीक्षक मदन लाल रॉयल ने कहा कि सबके खिलाफ बराबर कार्रवाई होगी.