जोधपुर. मंगलवार को शहर के आईआईटी सभागार में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्विद्यालय का 3 तीसरा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. राज्यपाल और कुलाधिपति कलराज मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. समारोह में साल 2017 और 2018 के 1492 छात्र छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई.
बता दें कि कार्यक्रम की शुरुआत राजयपाल कलराज मिश्र, चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा ने माँ धनवंतरी के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया. इस दौरान राजयपाल ने सभी छात्र छात्राओं और कार्यक्रम में उपस्तिथ लोगों को संविधान में मूल कर्तव्य की शपथ दिलाई. गौरतलब है कि राज्यपाल की ओर से आवंटित किए गए 8 गोल्ड मेडल में से 7 गोल्ड मेडल पर बेटियों ने बाजी मारी.
वहीं राज्यपाल ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' का सपना साकार होता नजर आ रहा है. राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद में वर्णित दिनचर्या, रात्रिचर्या और ऋतुचर्या जीवन की सदवृति सिखाती है. उन्होंने कहा कि आयुर्वेद भारत की एक अनुपम धरोहर है और यह वैज्ञानिक कसौटी पर भी खरा उतरा है. स्वर्ण पदक जीतने वाले छात्रों को राज्यपाल ने शोध करने की सलाह दी.
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वहीं चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों का फल है कि डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेद विश्वविद्यालय की स्थापना हुई. इस विश्वविद्यालय की ओर से चलाया गया स्वर्ण प्रासन कार्यक्रम की चर्चा विश्वभर में है. हर महीने पुष्य नक्षत्र के दिन नौनिहालों को स्वर्ण प्राशन दिया जाता है.
चिकित्सा मंत्री ने राजस्थान सरकार की ओर से चलाया जा रहे निरोगी राजस्थान अभियान की बात करते हुए, बताया कि राजस्थान सरकार ने ई सिगरेट पर रोक लगाई है और गुटखा व जर्दा पर किस तरह से प्रतिबंध लगाया जा सकता है, इस पर कार्य चल रहा है. चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राजस्थान विषमताओं से भरा प्रदेश है. भौगोलिक क्षेत्र में देश भर में सबसे बड़ा क्षेत्र है लेकिन राज्य सरकार हर व्यक्ति तक चिकित्सा सुविधा मुहैया करा रही है. चिकित्सा मंत्री ने पदक जीतने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई दी.