जोधपुर. राजस्थान पथ परिवहन निगम के कर्मचारी आंदोलन पर उतर गए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि सरकार का लगभग पूरा कार्यकाल होने जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद सरकार ने हमारी मांगों को लेकर निर्णय नहीं लिया है. खास तौर पेंशनर्स का बकाया, नई भर्ती और बसों की खरीद की मांग है. सरकार की ओर से निर्णय नहीं लिया गया, तो 5 सितंबर को चक्काजाम करेंगे.
रोडवेज के सेवानिवृत और नियमित कर्मचारियों ने संयुक्त मोर्चे के आंदोलन में मंगलवार को जोधपुर डिपो पर र्अद्धनग्न प्रदर्शन किया. संघ के घीसूलाल राजपुरोहित ने बताया कि जब सरकार सत्ता में आई थी, तब हमारे से वादे किए गए थे. लेकिन इसके बाद सरकार ने इनको पूरा करने के लिए कोई काम नहीं किया. कर्मचारियों के वेतन विलंब से मिल रहे हैं. पेंशन समय पर नहीं मिल रही है. रोडवेज बसों की नई खरीद नहीं होने और नई भर्ती नहीं की जा रही है. इसका नुकसान जनता को भी उठाना पड़ेगा. राजपुरोहित ने बताया कि आज पूरे प्रदेश में प्रदर्शन है. यह क्रम लगातार जारी रहेगा. अंत में 5 सितंबर को चक्का जाम करने की योजना है.
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पायलट ने किया था वादा: रोडवेज कर्मचारियों का कहना है कि गत चुनाव के दौरान पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने खुद वादा किया था. घोषणा पत्र में हमारी मांगे शामिल की गई थी. हमने कांग्रेस का समर्थन भी किया था. लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार ने इसकी अनदेखी कर दी. कई बार प्रदर्शन हुए, लेकिन सरकार ने मांगों को लेकर किसी तरह का निर्णय नहीं लिया. अब वापस चुनाव में समय कम है. इसलिए कर्मचारी फिर संगठित होकर आंदोलनरत हैं.