जोधपुर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दो दिन पहले नागौर के परबतसर में अपनी ही पार्टी की विधायक सूर्यकांता व्यास और कैलाश मेघवाल को लेकर विवादित बयान दिया था. शेखावत ने सीएम गहलोत की तारीफ करने को लेकर कहा था कि 90 की उम्र ने बुढ़ापे में बचपन जैसी गलती करा दी. केंद्रीय मंत्री के इस बयान से सूर्यकांता व्यास आहत हुई, लेकिन उन्होंने खुलकर शेखावत के खिलाफ कोई बयानबाजी नहीं की. हालांकि, इतना जरूर कहा कि जब वो पैदा नहीं हुए थे, तब से वो पार्टी में सक्रिय हैं.
उन्होंने कहा कि आज वो केंद्रीय मंत्री हैं, इसलिए ऐसा बोल रहे हैं. विधायक ने उनकी और कैलाश मेघवाल की तुलना करने को लेकर कहा कि केंद्रीय मंत्री को इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता है. बावजूद इसके उनको अगर अच्छा लगा होगा, तभी उन्होंने ऐसा बयान दिया होगा. वो तो मेरे बेटे की तरह है. अगर मेरा बेटा भी ऐसी बात करे तो मैं क्या कर सकती हूं, वो तो केंद्रीय मंत्री हैं.
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बता दें कि शेखावत ने परबतसर में दोनों नेताओं की उम्र का हवाला देते हुए कहा था कि दोनों की उम्र 90 वर्ष की हो गई है. बुढ़ापे में बचपन जैसी गलतियां हो जाती हैं. वहीं, शेखावत के इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार एकदम से गर्म हो गया है और उनके बयान के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं.
गहलोत ने नहीं दिया कोई ऑफर - भाजपा विधायक सूर्यकांता व्यास की जगह नए चेहरे को मैदान में उतारने की कवायद के बीच एक बार फिर सूर्यकांता व्यास ने कहा कि वो चुनाव लड़ेंगी. साथ ही उन्होंने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है, हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि अशोक गहलोत ने क्या उन्हें कोई ऑफर दिया है तो उन्होंने कहा कि उन्हें सीएम की ओर से कोई ऑफर नहीं मिला है. जहां तक बात सीएम गहलोत से रिश्तों की है तो उनसे उनके व्यक्तिगत संबंध बेहतर हैं.