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राजस्थान का पहला रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट सेंटर बना जोधपुर, इटली के विशेषज्ञ करेंगे सर्जरी - जोधपुर

राजस्थान में नेत्र मरीजों के लिए खुशखबरी है. यहां मरीजों के लिए सबसे आधुनिक तकनीकि की चिकित्सा उपलब्ध होने वाली है. जो कि अब तक भारत के किसी अन्य राज्य में उपलब्ध नहीं है.

कामदार हॉस्पिटल के चिकित्सकों के साथ डॉ बारबरा
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Published : Feb 11, 2019, 11:23 PM IST

जोधपुर. सूर्य नगरी जोधपुर के नेत्र रोगियों के लिए एक राहत भरी खबर है. यहां अब लोगों को अपनी आंखों के इलाज के लिए जोधपुर या राजस्थान से बाहर नही जाना पड़ेगा. जोधपुर का डॉ कामदार अस्पताल उत्तर भारत का पहला अस्पताल है जहां रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी.

दरअसल इलाज करने वाली इटली की डॉक्टर बारबरा ने वर्ष 2008 में पहला रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट किया था. तब से लेकर अभी तक वे 180 ऑपरेशन कर चुकी हैं. डॉ कामदार अस्पताल में दुनिया की पहली रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट करने वाली महिला विशेषज्ञ और इटली निवासी डॉ बारबरा पारोलिनी सहित दिल्ली के प्रसिद्ध सर्जन जोधपुर में रहकर मरिजों का इलाज करेंगे और साथ ही उनका ऑपरेशन भी करेंगे.

कामदार हॉस्पिटल के चिकित्सकों के साथ डॉ बारबरा
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अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि ऐसे कई लोग हैं जिन्हें आंखों की बीमारी हो जाती है. लेकिन समय से इलाज के लिए उनके पास पैसे उपलब्ध नहीं होते. इन सभी समस्याओं को देखते हुए डॉ कामदार आई हॉस्पिटल रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट जोधपुर में लेकर आया है. जिससे आम आदमी को आंखों के इलाज के लिए काफी रात राहत मिलेगी. अस्पताल के निदेशक ने बताया कि रीना ऑटो ट्रांसप्लांट के लिए लगभग 70 से 80 हजार रुपए का खर्च आएगा. लेकिन इसका लाभ भामाशाह कार्ड धारक बीपीएल कार्ड धारक आदि ले सकते हैं.

जोधपुर. सूर्य नगरी जोधपुर के नेत्र रोगियों के लिए एक राहत भरी खबर है. यहां अब लोगों को अपनी आंखों के इलाज के लिए जोधपुर या राजस्थान से बाहर नही जाना पड़ेगा. जोधपुर का डॉ कामदार अस्पताल उत्तर भारत का पहला अस्पताल है जहां रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी.

दरअसल इलाज करने वाली इटली की डॉक्टर बारबरा ने वर्ष 2008 में पहला रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट किया था. तब से लेकर अभी तक वे 180 ऑपरेशन कर चुकी हैं. डॉ कामदार अस्पताल में दुनिया की पहली रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट करने वाली महिला विशेषज्ञ और इटली निवासी डॉ बारबरा पारोलिनी सहित दिल्ली के प्रसिद्ध सर्जन जोधपुर में रहकर मरिजों का इलाज करेंगे और साथ ही उनका ऑपरेशन भी करेंगे.

कामदार हॉस्पिटल के चिकित्सकों के साथ डॉ बारबरा
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अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि ऐसे कई लोग हैं जिन्हें आंखों की बीमारी हो जाती है. लेकिन समय से इलाज के लिए उनके पास पैसे उपलब्ध नहीं होते. इन सभी समस्याओं को देखते हुए डॉ कामदार आई हॉस्पिटल रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट जोधपुर में लेकर आया है. जिससे आम आदमी को आंखों के इलाज के लिए काफी रात राहत मिलेगी. अस्पताल के निदेशक ने बताया कि रीना ऑटो ट्रांसप्लांट के लिए लगभग 70 से 80 हजार रुपए का खर्च आएगा. लेकिन इसका लाभ भामाशाह कार्ड धारक बीपीएल कार्ड धारक आदि ले सकते हैं.

Intro:जोधपुर
सूर्य नगरी जोधपुर के नेत्र रोगियों के लिए एक राहत भरी खबर है अब जोधपुर के लोगो को अपनी आंखों के इलाज के लिए जोधपुर या राजस्थान से बाहर नही जाना पड़ेगा क्यों कि जोधपुर का डॉ कामदार अस्पताल उत्तर भारत का पहला अस्पताल है जो जोधपुर में रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध करवाने वाले है । जहाँ पर आमलोग अपनी आँखों की जटिल बीमारी का इलाज आसानी से करवा सकेंगे । इलाज करने वाली इटली की डॉक्टर बारबरा ने वर्ष 2008 में पहला रेटिना ऑटो ट्रांसप्लांट किया था तब से लेकर अभी तक वे 180 ऑपरेशन कर चुकी है


Body:डॉ कामदार अस्पताल में दुनिया की पहली रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट करने वाली महिला विशेषज्ञ तथा इटली निवासी डॉ बारबरा पारोलिनी सहित दिल्ली के प्रसिद्ध सर्जन जोधपुर में रहकर मरिजों का इलाज करेंगे और साथ ही उनका ऑपरेशन भी करेंगे।
अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि जस्टिस दृष्टि प्रकृति का अनुपम उपहार है जो कि एक आम आदमी के जीवन को सहज सरल और आरामदायक बनाता है लेकिन कई लोगों को जीवन में कई बार ऐसी परिस्थिति आ जाती है जिसमें उनकी आंखों के इलाज के अभाव में अपनी जिंदगी का सफर सही ढंग से तय नहीं कर पाते हैं और कई लोगों को आंखों कैसी बीमारी हो जाती है जिस के इलाज के लिए उनकी आर्थिक व्यवस्था ठीक नहीं होती है इन सभी कारणों को देखते हुए डॉ कामदार आई हॉस्पिटल रेटीना ऑटो ट्रांसप्लांट जोधपुर में लेकर आया है आम आदमी को आंखों के इलाज के लिए काफी रात राहत मिलेगी । अस्पताल के निदेशक ने बताया कि रीना ऑटो ट्रांसप्लांट के लिए लगभग 70 से ₹80000 का खर्च होगा मगर इसका लाभ भामाशाह कार्ड धारक बीपीएल कार्ड धारक आदि ले सकते हैं साथ ही यदि कोई जरूरतमंद व्यक्ति भी या इलाज करवाने के लिए इछुक है तो अस्पताल प्रशासन की तरफ से यशोदा न्यूनतम दर पर उपलब्ध कराई जाएगी



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