जोधपुर. जिले के बालेसर कस्बे के सामुदायिक केंद्र पर गत दिनों उपनिदेशक द्वारा निरीक्षण किया गया, जिसमें उन्होंने पाया कि एक टैक्सी ड्राइवर द्वारा मरीज को इंजेक्शन लगाया जा रहा है. अब इस मामले में विभाग ही लीपापोती करने में जुट गया. सीएमएचओ ने इस बात से किनारा किया कि उसने मरीज को इंजेक्शन लगाया था.
सीएमएचओ डॉ बलवंत मंडा को उपनिदेशक डॉ सुनील बीस्ट की कार्रवाई में विरोधाभास नजर आ रहा है. डॉ मंडा का कहना है कि जिस व्यक्ति को इंजेक्शन लगाने की बात कही जा रही है वह चार पांच साल से मरीजों की सेवा का कार्य करता आया है और जिस मरीज के पास में खड़ा था, वे उसके ही परिजत थे. मंडा ने यह बात जरूर स्वीकार की है कि उसके हाथ में इंजेक्शन था, लेकिन वह लगा नहीं रहा था. सीएमएचओ ने इस मामले की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मंगवाई है.
गौरतलब है कि विभाग के उपनिदेशक डॉ सुनील कुमार बिष्ट बुधवार को निरीक्षण पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बालेसर पहुंचे थे. जहां उन्होंने एक टैक्सी ड्राइवर को मरीज के इंजेक्शन लगाने का प्रयास करते हुए पाया. जब उसे पकड़ा तो वह भाग खड़ा हुआ. उन्होंने इस बात की रिपोर्ट विभाग को दी, लेकिन विभाग इस मामले पर लीपापोती करने में लगा है.