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हत्या के आरोपी के घर पर चला बुलडोजर, सरकारी जमीन पर कर रखा था अतिक्रमण

जोधपुर जिले के ​बिलाडा थाना क्षेत्र में चोरी के लिए घर में घुसे आरोपी ने महिला की हत्या कर दी थी. प्रशासन ने आरोपी के सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर घर पर बुलडोजर चला दिया.

Administration demolished house of murder accused
हत्या के आरोपी के घर पर चला बुलडोजर
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 11, 2024, 4:22 PM IST

Updated : Jan 11, 2024, 4:51 PM IST

आरोपी के घर पर क्यों चला बुलडोजर...

जोधपुर. जिले के बिलाडा थाना क्षेत्र में 23 दिसंबर की रात को लांबा गांव में चोरी की नियत से घर में घुसकर महिला की हत्या करने वाले ईमित्र संचालक के गांव में अतिक्रमण कर बनाए गए घर पर गुरुवार को प्रशासन का बुलडोजर चला. पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में पीडब्ल्यूडी की लाखों की भूमि अतिक्रमण मुक्त करवाई गई. साथ ही अपराधियों को कड़ा संदेश दिया गया कि अपराध करने पर हर स्तर पर कार्रवाई होगी.

एसीपी राजवीर सिंह ने बताया कि हत्या के आरोपी अनिल विश्नोई के पिता द्वारा रास्ते की भूमी पर यह अतिक्रमण किया गया था. अतिकर्मी को नियमानुसार सुनवाई का पूरा मौका दिया गया. नोटिस जारी किया गया. इसके बाद यह कार्रवाई की जा रही है. इसमें सभी ग्रामीणों का भी पुलिस को सहयोग मिला है.

पढ़ें: गोगामेड़ी हत्याकांड: शूटर रोहित राठौड़ के घर पर चला बुलडोजर, भजनलाल सरकार में इस तरह की पहली कार्रवाई

इधर इस प्रकरण में आरोपी अनिल बिश्नोई के परिवार के सदस्य गुरुवार को जोधपुर कलेक्टर के पास पहुंचे. आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने हत्या के बाद गांव में उनका हुक्का-पानी बंद कर दिया है. इस पर लांबा गांव के सरपंच घेवर राम बिश्नोई ने बताया कि हमने किसी भी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया है. हमने किसी का हुक्का-पानी बंद नहीं किया है. सभी ग्रामवासी अपराध के खिलाफ लामबंद हैं. इधर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि इस प्रकरण के दूसरे आरोपी साहिल के परिवार द्वारा किए गए अतिक्रमण को भी चिन्हित कर लिया गया है. उसको लेकर कागजी कार्रवाई की जा रही है.

पढ़ें: रिटायर्ड पुलिसकर्मियों के अवैध कब्जे पर चला प्रशासन का बुलडोजर, नोटिस के बावजूद करते रहे मनमानी

इस तरह से की थी हत्या: बिलाडा के लाम्बा गांव निवासी महेंद्र विश्नोई की पत्नी अंजू अपनी सास के साथ रहती थी. 23 दिसंबर की रात को परिवार में शादी थी. इसलिए उसकी सास वहां शामिल होने गई, तो 12 साल की भतीजी खुशी को अंजू के पास छोड़ा, जिससे वह अकेली नहीं रहे. सास घर का ताला लगाकर गई थी. सास की वृद्धावस्था पेंशन शुरू होनी है. ऐसे में गांव के ईमित्र संचालक अनिल विश्नोई से मिली थी.

पढ़ें: UIT Anti Encroachment drive: अवैध निर्माण को यूआईटी का बुलडोजर ने किया ध्वस्त, देखें वीडियो

अनिल ने रात को सास को फोन कर पेंशन को लेकर कहा कि अपना आधार कार्ड लेकर आना. तो वृद्धा ने कह दिया कि वह घर पर नहीं है, सुबह बात करेगी. इससे अनिल को लगा कि घर में कोई नहीं है, चोरी की जा सकती है. इस पर वह अपने साथी साहिल को साथ लेकर चोरी के लिए पहुंचा. बाहर लगा ताला तोड़ा, तो अंजू को पता चल गया. उसने आपत्ति जताई, तो अनिल ने उसकी चाकू से हत्या कर दी. इस दौरान घर में मौजूद उसकी एक साल की बेटी और 12 साल की भतीजी को गंभीर घायल कर दिया. घटना के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया था.

आरोपी के घर पर क्यों चला बुलडोजर...

जोधपुर. जिले के बिलाडा थाना क्षेत्र में 23 दिसंबर की रात को लांबा गांव में चोरी की नियत से घर में घुसकर महिला की हत्या करने वाले ईमित्र संचालक के गांव में अतिक्रमण कर बनाए गए घर पर गुरुवार को प्रशासन का बुलडोजर चला. पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में पीडब्ल्यूडी की लाखों की भूमि अतिक्रमण मुक्त करवाई गई. साथ ही अपराधियों को कड़ा संदेश दिया गया कि अपराध करने पर हर स्तर पर कार्रवाई होगी.

एसीपी राजवीर सिंह ने बताया कि हत्या के आरोपी अनिल विश्नोई के पिता द्वारा रास्ते की भूमी पर यह अतिक्रमण किया गया था. अतिकर्मी को नियमानुसार सुनवाई का पूरा मौका दिया गया. नोटिस जारी किया गया. इसके बाद यह कार्रवाई की जा रही है. इसमें सभी ग्रामीणों का भी पुलिस को सहयोग मिला है.

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इधर इस प्रकरण में आरोपी अनिल बिश्नोई के परिवार के सदस्य गुरुवार को जोधपुर कलेक्टर के पास पहुंचे. आरोप लगाया कि ग्रामीणों ने हत्या के बाद गांव में उनका हुक्का-पानी बंद कर दिया है. इस पर लांबा गांव के सरपंच घेवर राम बिश्नोई ने बताया कि हमने किसी भी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया है. हमने किसी का हुक्का-पानी बंद नहीं किया है. सभी ग्रामवासी अपराध के खिलाफ लामबंद हैं. इधर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव ने बताया कि इस प्रकरण के दूसरे आरोपी साहिल के परिवार द्वारा किए गए अतिक्रमण को भी चिन्हित कर लिया गया है. उसको लेकर कागजी कार्रवाई की जा रही है.

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इस तरह से की थी हत्या: बिलाडा के लाम्बा गांव निवासी महेंद्र विश्नोई की पत्नी अंजू अपनी सास के साथ रहती थी. 23 दिसंबर की रात को परिवार में शादी थी. इसलिए उसकी सास वहां शामिल होने गई, तो 12 साल की भतीजी खुशी को अंजू के पास छोड़ा, जिससे वह अकेली नहीं रहे. सास घर का ताला लगाकर गई थी. सास की वृद्धावस्था पेंशन शुरू होनी है. ऐसे में गांव के ईमित्र संचालक अनिल विश्नोई से मिली थी.

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अनिल ने रात को सास को फोन कर पेंशन को लेकर कहा कि अपना आधार कार्ड लेकर आना. तो वृद्धा ने कह दिया कि वह घर पर नहीं है, सुबह बात करेगी. इससे अनिल को लगा कि घर में कोई नहीं है, चोरी की जा सकती है. इस पर वह अपने साथी साहिल को साथ लेकर चोरी के लिए पहुंचा. बाहर लगा ताला तोड़ा, तो अंजू को पता चल गया. उसने आपत्ति जताई, तो अनिल ने उसकी चाकू से हत्या कर दी. इस दौरान घर में मौजूद उसकी एक साल की बेटी और 12 साल की भतीजी को गंभीर घायल कर दिया. घटना के बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया था.

Last Updated : Jan 11, 2024, 4:51 PM IST
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