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सूर्य का कुंभ राशि में प्रवेश, परिश्रम से ही मिलेगी सफलता, इन राशियों पर दिखेगा असर - RASHIFAL

सूर्य 12 फरवरी को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे. यह गोचर विभिन्न राशियों पर असर डालेगा, परिश्रम से सफलता मिलने की संभावना है.

सूर्य का कुंभ राशि में प्रवेश
सूर्य का कुंभ राशि में प्रवेश (सांकेतिक फोटो)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 12, 2025, 10:24 AM IST

बीकानेर : बुधवार, 12 फरवरी 2025 को सूर्य रात्रि 10:04 बजे कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और 14 मार्च 2025 तक इसी राशि में रहेंगे. इस समयावधि में सूर्य धनिष्ठा, शतभिषा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्रों पर भ्रमण करेंगे. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है.

ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार यह जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व और यश का कारक होता है. सूर्य पूर्व दिशा का स्वामी है और सोने व तांबे से संबंधित होता है. जन्मकुंडली में अनुकूल सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, और मान-सम्मान में वृद्धि करता है. वहीं, प्रतिकूल सूर्य जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, और आत्मकेंद्रित बना सकता है.

इसे भी पढ़ें- 11 फरवरी से इन 5 राशियों पर होने वाली है धन की बरसात! बुध के गोचर से चमक उठेगी किस्मत

गोचर परिवर्तन : 12 फरवरी को सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और इस राशि के अधिपति शनि हैं, जिसके कारण परिश्रम से ही कार्य और व्यापार में सफलता मिल सकती है. बीकानेर के ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार सूर्य के कुंभ राशि में गोचर से विभिन्न राशियों पर उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं.

जानिए किस राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा

  1. मेष: आय में वृद्धि के प्रयास, बड़े भाई-बहन से संबंधित चिंताएं, आर्थिक प्रतिकूलता हो सकती है.
  2. वृषभ: कार्यक्षेत्र में अधिक ऊर्जा, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद, पदोन्नति के लिए प्रयास.
  3. मिथुन: धार्मिक कार्य, गुरुजनों का आशीर्वाद, उच्च अध्ययन के अवसर, भाग्य का सहयोग.
  4. कर्क: मन में भय या आशंका, नकारात्मक मानसिकता, तंत्र-मंत्र में रुचि.
  5. सिंह: नव साझेदारी, जीवनसाथी से सहयोग, विवाह या सगाई के अवसर, आमोद-प्रमोद.
  6. कन्या: दैनिक कार्यों में अड़चन, रोग या शत्रु बाधा, तर्क-वितर्क में वृद्धि.
  7. तुला: रचनात्मकता में वृद्धि, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, प्रेम प्रसंग के अवसर.
  8. वृश्चिक: भूमि, मकान, वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, गृह स्थान पर नवाचार, माता संबंधित चिंता.
  9. धनु: संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटी यात्राएँ, छोटे भाई-बहन से संबंधित चिंता.
  10. मकर: पारिवारिक कार्यों की अधिकता, नेत्र या वाणी दोष, स्थायी संपत्ति निर्माण.
  11. कुंभ: आत्म मनन, स्वाध्याय, मानसिक दृढ़ता, आत्मछवि में सुधार.
  12. मीन: व्यय में वृद्धि, व्यापार में हानि, विदेश यात्रा की इच्छा, आमोद-प्रमोद में समय व्यतीत होगा.

सूर्य का यह गोचर समय सभी राशियों के लिए बदलाव और नए अवसर लेकर आ सकता है, लेकिन परिश्रम और सही दिशा में कार्य करने से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं.

बीकानेर : बुधवार, 12 फरवरी 2025 को सूर्य रात्रि 10:04 बजे कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और 14 मार्च 2025 तक इसी राशि में रहेंगे. इस समयावधि में सूर्य धनिष्ठा, शतभिषा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्रों पर भ्रमण करेंगे. वैदिक ज्योतिष में सूर्य को नवग्रहों में सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है.

ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार यह जीवन ऊर्जा, आत्मा, पिता, सफलता, विजय, नेतृत्व और यश का कारक होता है. सूर्य पूर्व दिशा का स्वामी है और सोने व तांबे से संबंधित होता है. जन्मकुंडली में अनुकूल सूर्य जातक के जीवन में सफलता, ऊर्जा, प्रशासनिक पद, विजय, पिता या उच्च अधिकारियों से लाभ, और मान-सम्मान में वृद्धि करता है. वहीं, प्रतिकूल सूर्य जातक को अहंकारी, क्रोधी, महत्वाकांक्षी, और आत्मकेंद्रित बना सकता है.

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गोचर परिवर्तन : 12 फरवरी को सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे और इस राशि के अधिपति शनि हैं, जिसके कारण परिश्रम से ही कार्य और व्यापार में सफलता मिल सकती है. बीकानेर के ज्योतिर्विद डॉ. आलोक व्यास के अनुसार सूर्य के कुंभ राशि में गोचर से विभिन्न राशियों पर उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं.

जानिए किस राशि पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा

  1. मेष: आय में वृद्धि के प्रयास, बड़े भाई-बहन से संबंधित चिंताएं, आर्थिक प्रतिकूलता हो सकती है.
  2. वृषभ: कार्यक्षेत्र में अधिक ऊर्जा, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद, पदोन्नति के लिए प्रयास.
  3. मिथुन: धार्मिक कार्य, गुरुजनों का आशीर्वाद, उच्च अध्ययन के अवसर, भाग्य का सहयोग.
  4. कर्क: मन में भय या आशंका, नकारात्मक मानसिकता, तंत्र-मंत्र में रुचि.
  5. सिंह: नव साझेदारी, जीवनसाथी से सहयोग, विवाह या सगाई के अवसर, आमोद-प्रमोद.
  6. कन्या: दैनिक कार्यों में अड़चन, रोग या शत्रु बाधा, तर्क-वितर्क में वृद्धि.
  7. तुला: रचनात्मकता में वृद्धि, संतान संबंधी कार्यों में ऊर्जा, प्रेम प्रसंग के अवसर.
  8. वृश्चिक: भूमि, मकान, वाहन के क्रय विक्रय के अवसर, गृह स्थान पर नवाचार, माता संबंधित चिंता.
  9. धनु: संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटी यात्राएँ, छोटे भाई-बहन से संबंधित चिंता.
  10. मकर: पारिवारिक कार्यों की अधिकता, नेत्र या वाणी दोष, स्थायी संपत्ति निर्माण.
  11. कुंभ: आत्म मनन, स्वाध्याय, मानसिक दृढ़ता, आत्मछवि में सुधार.
  12. मीन: व्यय में वृद्धि, व्यापार में हानि, विदेश यात्रा की इच्छा, आमोद-प्रमोद में समय व्यतीत होगा.

सूर्य का यह गोचर समय सभी राशियों के लिए बदलाव और नए अवसर लेकर आ सकता है, लेकिन परिश्रम और सही दिशा में कार्य करने से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं.

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