लूणी (जोधपुर). मां दुनिया का सबसे प्यारा रिश्ता, वो रिश्ता जो सिर्फ देना जानता है, लेकिन उसने कभी किसी से कुछ नहीं मांगा. एक मां अपने बच्चे को जन्म देने के बाद इच्छा रखती है कि वो उसके बुढ़ापे का सहारा बनेंगे, लेकिन जोधपुर में ऐसी घटना सामने आई है, जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी. यहां 102 साल की बूढ़ी मां सिणधरी देवी के 4 बेटों को पैसों के लालच ने इतना अंधा कर दिया, कि चारों बेटों ने अपनी ही मां को घर से बेघर कि दिया है. अब बुजुर्ग महिला दर-दर भटकने को मजूबर है. हालात ये हैं कि उस बूढ़ी मां के पास रहने के लिए छत तक नहीं है.
2 लाख के लिए बेटों ने अपनी मां को किया बेघर
पूरा मामला जोधपुर के लूणी का है. यहां 102 साल की वृद्धा सिणधरी देवी को महज 2 लाख रुपए के लिए उसके 4 बेटों ने घर से बेघर कर दिया. बच्चों के बेदखल करने के बाद वृद्धा अपने पीहर पक्ष में ही रह कर अपना भरण पोषण करती है.
वृद्धा सिणधरी देवी के चाचा का बेटा जवानराम ने बताया कि बुजुर्ग के चार बेटे है. जो कई समय से अपनी मां से 2 लाख रुपए की मांग कर रहे है, लेकिन उनकी मां के पास उन्हें देने के लिए इतने पैसे नहीं है. जिसके बाद उसके चारों बेटे उसे वद्धा आश्रम में भेजने की धमकी देते है. जिसके बाद जवानराम उनकी देखभाल करता है.
इस घटना के चलते बुजुर्ग के बेटों को उनके परिजनों ने कई बार समझाने की भी कोशिश की लेकिन वो नहीं माने और अपनी मां को अपने साथ ले जाने से मना कर दिया. बेटों ने कहा कि पैसों की व्यवस्था कर दें हम उनकी सेवा करते रहेंगे अन्यथा अनाथ आश्रम में भेज देंगे.
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वार्ड पंच मदनलाल ने बताया कि पैसों के लिए पीड़ित महिला को घर से बाहर निकाल दिया गया. जिसका उठना, बैठना चलना भी मुश्किल हो गया है. ये बहुत बड़ा अपराध है. उनके परिवार को सामाजिक स्तर पर भी समझाया गया, लेकिन बुजुर्ग महिला को अपने साथ ले जाने के लिए कोई भी बेटा तैयार नहीं हुआ. अब ये देखना होगा कि समाज के प्रति पीड़ित महिला को न्याय मिलेगा या नहीं.
पोती ने कहा कि इन्हें अनाथ आश्रम बेज दो
इस मामले में बुजुर्ग महिला की पोती ने भी महिला का साथ नहीं दिया. बुजुर्ग महिला की पोती ने कहा कि इन्हें अनाथ आश्रम भेज दो जिससे हम सभी सुख से रह सकें.