जोधपुर. हत्यारोपी अजय पाल सिंह और हिमांशु को पकड़ने के लिए एसटीएफ और जोधपुर पुलिस की टीम पहुंची थी. मर्डर नवंबर 2021 में हुआ था. तब रातानाड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस हिरासत में बंद सुरेश सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसी केस में दोनों वांछित हैं. इनपुट के आधार पर जोधपुर पुलिस मंगलवार अलसुबह पाली जिले के मनिहारी गांव एसटीएफ सहित 200 कर्मियों की टीम लेकर पहुंची.
संयुक्त टीम इनको पकड़ पाती इससे पहले ही आरोपी मौके से भागने में कामयाब रहे. पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा. हालांकि आरोपी के घर की तलाशी ली तो 21 लाख रुपए कैश समेत बड़ी संख्या में मोबाइल और धारदार हथियार बरामद किए . इसके अलावा आरोपियों को भागने में मदद करने वाले जबर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जबर सिंह खुद बंदी सुरेश सिंह की हत्या के मामले में आरोपी है और उसे गत दिनों जमानत मिली थी.
डीसीपी ईस्ट अमृता दुहन ने बताया कि जबर सिंह ने ही अजय पाल और उसके साथियों को भगाने में मदद की. इसके चलते ही उसे गिरफ्तार किया गया. उसके खिलाफ आरोपियों को शरण देने सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया जाएगा. साथ ही उसकी जमानत भी कोर्ट से रद्द करवाई जाएगी.
आरोपियों को लगी भनक- जोधपुर पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी कि जबर सिंह ने अजय पाल और एपी जिस पर ₹1लाख का इनाम है. उसके साथ शूटर हिमांशु, जबर सिंह का बेटा भरत सिंह (दोनों को शरण देने के आरोपी) के पाली गांव सहित माइन्स व अन्य ठिकानों पर एक साथ दबिश दी. सुबह 4:00 बजे पुलिस ने मनिहारी गांव में धावा बोला लेकिन इससे पहले ही आरोपियों को भनक लग गई और वो फरार हो गए. वहीं पुलिस ने जबर सिंह के माइंस से बड़ी संख्या में वाहन जब्त किए जिन्हें पाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है.
पढ़ें-Wanted Criminal Arrested: लॉरेंस के कहने पर बदमाश युद्धवीर जुटा रहा था हथियार, मकसद बेहद खतरनाक!
डेढ़ साल से पुलिस खाली हाथ- 18 नवम्बर 2021 बंदी सुरेश सिंह की रातानाड़ा चौराहा पर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद पुलिस कई महीनों तक जबर सिंह के दोनों बेटे प्रवीण सिंह और भरत सिंह को तलाश रही थी. पिछले दिनों प्रवीण सिंह ने पाली कोर्ट में सरेंडर किया जबकि भरत सिंह अभी तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है. पूछताछ में यह सामने आया था कि हत्या में अजय पाल और एपी की बड़ी भूमिका थी. उसने ही सुरेश को गोली मारी थी.