फलोदी(जोधपुर). शहर के जोशियो की बगीची और गुचियों की बगीची क्षेत्र में बुधवार सुबह 19 कौए मृत पाए गए. एडीएम हाकम खान और एसडीएम यशपाल आहुजा के निर्देशन में रैपिड रिस्पांस टीम ने खाली स्थान पर मृत 18 कौओं का वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण किया और एक मृत कौए को जांच के लिए जोधपुर वन विभाग में भेजा गया है.
बुधवार सुबह करीब 11 बजे कौओं के मृत पड़े होने की सूचना प्रशासन को मिली थी. इस पर एडीएम हाकम खान और एसडीएम यशपाल आहुजा ने पशु चिकित्सक डॉ. भागीरथ सोनी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए. इस दौरान वन विभाग रेंजर बुधाराम विश्नोई और घेवरराम भी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई में सहयोग किया. वहीं, पार्षद सत्यनारायण गुचिया ने मौके पर पहुंचकर लोगों को सचेत किया और इस संबंध में जानकारी ली.
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डॉ. भागीरथ सोनी ने बताया कि इस क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर 19 कौए मृत पाए गए. सूचना मिलने पर ईओ अनिल कुमार विश्नोई ने सफाई कर्मचारियों को वहां भेजा गया. उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू या कौओं की मौत को लेकर अभी कुछ कहना संभव नहीं है. डॉ. सोनी के मुताबिक बर्ड फ्लू पक्षियों से मानव में भी हो सकता है. इसलिए इन मामलों में विशेष सावधानी रखने के लिए निर्देश दिए जाते हैं. पशुओं से भी कई बीमारियां मानव को हो सकती हैं. ऐसे रोगों को जुनोटिक डिजीज कहा जाता है. यही कारण है कि जहां पक्षी मृत मिलते हैं, उसके आस-पास ही निस्तारण किया जाता है, जिससे अन्य जगह ले जाने पर मानव जीवन को खतरा ना हो.
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बता दें कि डॉ. भागीरथ सोनी और उनकी टीम के पशुधन सहायक अजाराम ने पीपीई किट पहनकर और गड्ढा खुदवाकर मृत 18 कौओं का वैज्ञानिक तरीके से नमक और चूना डालकर निस्तारण किया है. एक कौए की बॉडी को जांच के लिए जोधपुर वन विभाग को भेजा गया है. वहां से परीक्षण के लिए इसे एनआईएचएसएडी भोपाल या आईवीआरआई बरेली भेजा जाएगा. पक्षियों के मृत शरीरों का यहीं परीक्षण होता है.