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जमीन का सीमा ज्ञान करने आई पुलिस से भिड़े ग्रामीण, फर्जी रजिस्ट्री का लगाया आरोप

झुंझुनू के सिंघाना में शुक्रवार को रेलवे लाइन के पास जमीन की सीमा ज्ञान के लिए आई सेटलमेंट व प्रशासनिक टीम का स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया. इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन पर फर्जी रजिस्ट्री बनाने का भी (Villager made allegation on Administration) आरोप लगाया.

Villagers clashed with police in Jhunjhunu
Villagers clashed with police in Jhunjhunu
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Published : Dec 9, 2022, 8:00 PM IST

Updated : Dec 9, 2022, 9:28 PM IST

झुंझुनू/सिंघाना. सिंघाना के रेलवे लाइनों के पास जमीन की सीमा ज्ञान (land boundary case) करने आई सेटलमेंट व प्रशासनिक टीम को शुक्रवार को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन पर फर्जी रजिस्ट्री बनाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीण सुनील बनवारीलाल, सतीश रानी और मीना ने बताया कि मोई सद्दा पंचायत के वार्ड संख्या सात में रहने वाले लोगों के रेलवे लाइनों के पास मकान बने हुए हैं. वो पिछले 25-30 साल से आवासीय मकान बनाकर रह रहे हैं. मकान बनाने के लिए उन्होंने पूर्व में जमीन की खरीद की थी और बिजली-पानी के कनेक्शन भी लगे हुए हैं.

उक्त जमीन का साल 2013 में आवासीय में कन्वर्जन भी करवाया गया था, लेकिन भू-माफिया प्रशासन से मिलीभगत कर आए दिन उनको जमीन नपती का नाम लेकर परेशान किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि जमीन की समस्या को लेकर जिला कलेक्टर से मिलकर समस्या से अवगत करवा चुके हैं और जल्द समस्या का समाधान करने की गुहार भी लगा चुके हैं. लेकिन प्रशासन ग्रामीणों की मदद करने की बजाए भू-माफियाओं का साथ दे रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि भू-माफियाओं ने इस जगह का कृषि भूमि की रजिस्ट्री करवा रखी है, लेकिन यह भूमि कृषि में नहीं है.

इसे भी पढे़ं - बांसवाड़ा: सीमा को लेकर दो ग्राम पंचायतों में तकरार, सरपंचों ने की सीमा ज्ञान करवाने की मांग

पिछले काफी समय से मकान बनाकर लोग रह रहे हैं. वहीं, माफियाओं ने पटवारी व गिरदावर से मिलीभगत कर कृषि भूमि में फसल भी दर्शा रखी है. सीमा ज्ञान के दौरान आई टीम को एक बार तो महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा और महिलाओं ने उनको घरों में नहीं घुसने दिया. जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने मामले को संभालते हुए ग्रामीणों से समझाइश कर बीच-बचाव किया. इस मौके पर भूप्रबंध विभाग के राजकुमार, चंद्रशेखर, पटवारी संदीप कड़वासरा, गिरदावर अनिल कुमार, पटवारी लीलाधर, ओमप्रकाश, जोगेंद्र, पचेरीकलां थानाधिकारी बनवारीलाल यादव, एएसआई धूडसिंह मय जाब्ते के मौके पर मौजूद थे.

प्रशासन की मौजूदगी में टीम ने की कार्रवाई: नायब तहसीलदार मुकेश सिहाग ने बताया कि मोई सदा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या सात रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित विवादित जमीन खसरा नंबर 729/ 683 की नपती सीमा ज्ञान आदि के आदेश जिला कलेक्टर से मिले थे. आदेश के अनुसार टीम ने मौके पर पहुंचकर सीमा ज्ञान कर निशान चिह्नित कर दिए गए हैं. टीम अपनी रिपोर्ट बनाकर जिला कलेक्टर को जल्द प्रस्तुत कर देगी. सीमा ज्ञान दौरान ग्रामीणों ने विरोध जताया था, लेकिन पुलिस व प्रशासन की टीम ने उन्हें समझाइश कर सीमा ज्ञान की कार्रवाई को पूरा किया.

इधर, आवेदनकर्ता कमला देवी ने बताया कि 0.94 हेक्टेयर जमीन उन्होंने खरीदी है. जिसके खसरा नंबर 729/ 684 के सीमा ज्ञान को लेकर पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था. जिसको लेकर उन्होंने भूप्रबंध विभाग को सीमा ज्ञान करवाने के लिए आवेदन किया था. पिछले डेढ़ साल से सीमा ज्ञान करवाने का प्रयास किया जा रहा था. आखिरकार शुक्रवार को भू प्रबंध विभाग और प्रशासन की मौजूदगी में टीम ने सीमा ज्ञान की कार्रवाई की.

झुंझुनू/सिंघाना. सिंघाना के रेलवे लाइनों के पास जमीन की सीमा ज्ञान (land boundary case) करने आई सेटलमेंट व प्रशासनिक टीम को शुक्रवार को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन पर फर्जी रजिस्ट्री बनाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. ग्रामीण सुनील बनवारीलाल, सतीश रानी और मीना ने बताया कि मोई सद्दा पंचायत के वार्ड संख्या सात में रहने वाले लोगों के रेलवे लाइनों के पास मकान बने हुए हैं. वो पिछले 25-30 साल से आवासीय मकान बनाकर रह रहे हैं. मकान बनाने के लिए उन्होंने पूर्व में जमीन की खरीद की थी और बिजली-पानी के कनेक्शन भी लगे हुए हैं.

उक्त जमीन का साल 2013 में आवासीय में कन्वर्जन भी करवाया गया था, लेकिन भू-माफिया प्रशासन से मिलीभगत कर आए दिन उनको जमीन नपती का नाम लेकर परेशान किया जा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि जमीन की समस्या को लेकर जिला कलेक्टर से मिलकर समस्या से अवगत करवा चुके हैं और जल्द समस्या का समाधान करने की गुहार भी लगा चुके हैं. लेकिन प्रशासन ग्रामीणों की मदद करने की बजाए भू-माफियाओं का साथ दे रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि भू-माफियाओं ने इस जगह का कृषि भूमि की रजिस्ट्री करवा रखी है, लेकिन यह भूमि कृषि में नहीं है.

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पिछले काफी समय से मकान बनाकर लोग रह रहे हैं. वहीं, माफियाओं ने पटवारी व गिरदावर से मिलीभगत कर कृषि भूमि में फसल भी दर्शा रखी है. सीमा ज्ञान के दौरान आई टीम को एक बार तो महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा और महिलाओं ने उनको घरों में नहीं घुसने दिया. जिसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने मामले को संभालते हुए ग्रामीणों से समझाइश कर बीच-बचाव किया. इस मौके पर भूप्रबंध विभाग के राजकुमार, चंद्रशेखर, पटवारी संदीप कड़वासरा, गिरदावर अनिल कुमार, पटवारी लीलाधर, ओमप्रकाश, जोगेंद्र, पचेरीकलां थानाधिकारी बनवारीलाल यादव, एएसआई धूडसिंह मय जाब्ते के मौके पर मौजूद थे.

प्रशासन की मौजूदगी में टीम ने की कार्रवाई: नायब तहसीलदार मुकेश सिहाग ने बताया कि मोई सदा ग्राम पंचायत के वार्ड संख्या सात रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित विवादित जमीन खसरा नंबर 729/ 683 की नपती सीमा ज्ञान आदि के आदेश जिला कलेक्टर से मिले थे. आदेश के अनुसार टीम ने मौके पर पहुंचकर सीमा ज्ञान कर निशान चिह्नित कर दिए गए हैं. टीम अपनी रिपोर्ट बनाकर जिला कलेक्टर को जल्द प्रस्तुत कर देगी. सीमा ज्ञान दौरान ग्रामीणों ने विरोध जताया था, लेकिन पुलिस व प्रशासन की टीम ने उन्हें समझाइश कर सीमा ज्ञान की कार्रवाई को पूरा किया.

इधर, आवेदनकर्ता कमला देवी ने बताया कि 0.94 हेक्टेयर जमीन उन्होंने खरीदी है. जिसके खसरा नंबर 729/ 684 के सीमा ज्ञान को लेकर पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था. जिसको लेकर उन्होंने भूप्रबंध विभाग को सीमा ज्ञान करवाने के लिए आवेदन किया था. पिछले डेढ़ साल से सीमा ज्ञान करवाने का प्रयास किया जा रहा था. आखिरकार शुक्रवार को भू प्रबंध विभाग और प्रशासन की मौजूदगी में टीम ने सीमा ज्ञान की कार्रवाई की.

Last Updated : Dec 9, 2022, 9:28 PM IST
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