झुंझुनूं. लोकसभा चुनावी माहौल में भाजपा के प्रत्याशियों की घोषणा सूची में से वर्तमान सांसद संतोष अहलावत का पत्ता कट जाने के बाद में झुंझुनू की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. सांसद ने अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की मीटिंग ली. जिसके बाद उन्होंने पार्टी को पुनर्विचार करने के लिए रविवार तक का समय दिया.
उधर, प्रदेश की एकमात्र महिला सांसद का टिकट कटने और विधायक नरेंद्र कुमार को टिकट मिलने पर जानकारों का कहना है कि संतोष अहलावत का टिकट काटना भाजपा की मजबूरी थी. क्योंकि उनकी 5 साल में आमजन से दूरी रही.
वहीं, परिवारवाद में फंसी होने के कारण वह पूरे लोकसभा क्षेत्र में भी नहीं जा पाई और कुछ कार्यकर्ताओं को ही तवज्जो देना सांसद की टिकट कटने के मुख्य कारण बताए जा रहे हैं. वहीं, नरेंद्र कुमार की साफ छवि और मिलनसार व्यक्ति के चलते संघ के अंदर अच्छी पैठ होने के कारण टिकट उनके पक्ष में आया.
भाजपा जिला अध्यक्ष पवन मवंड़िया ने कहा कि नरेंद्र कुमार को टिकट मिले से कार्यकर्ताओं में उत्साह है. पार्टी का यह बहुत ही अच्छा निर्णय है. पार्टी को कार्यकर्ताओं का साथ है. वहीं, सांसद संतोष अहलावत पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि संतोष अहलावत पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं. वह हमारी सांसद रही हैं अति उत्साह में कभी कुछ कह दिया जाता है वह कोई बात नहीं सब ठीक हो जाएगा. साथ ही रूठे हुए कार्यकर्ताओं पर कहा कि वह भी भाजपा के ही सदस्य हैं उन्हें भी मना लिया जाएगा.
बहरहाल, इस सियासी उठापटक से इतना तो पता चल गया है कि झुंझुनूं भाजपा के अंदर कुछ भी सही नहीं चल रहा है. वहीं, आने वाले दिनों में पता चलेगा की झुंझुनूं भाजपा एकजुट होकर चुनाव लड़ती है या अंतः कहल की वजह से मारी जाती है.