झुंझुनू. जिले में भामाशाह कार्ड को खाद्य सुरक्षा से जुड़ने के लिए ऑनलाइन आवेदनों में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. एसडीएम सुरेंद्र सिंह यादव ने कोतवाली थाने में एक रिपोर्ट देकर ईमित्र संचालक सुनील और बाबू योगेश कृष्णीया के खिलाफ उनके आईडी व पासवर्ड का उपयोग कर फर्जी तरीके से लोगों के नाम खाद्य सुरक्षा योजना में जोड़ने का मामला दर्ज करवाया है.
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पुलिस ने संचालक को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया, वहीं संबंधित बाबू को निलंबित कर दिया गया है.जांच में सामने आया है कि ईमित्र संचालक को बाबू योगेश कुमार ने पैसे लेकर भेज दिए. बाबू योगेश कुमार अभिनया शाखा में कार्यरत है. लेकिन पहले वह एसडीएम कार्यालय में कार्य करता था.
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ऐसे में यह साफ है कि यह बड़ा घोटाला हुआ है और इसकी जड़े गहरी है. यह भी सामने आया है कि ईमित्र पर आवेदनकर्ताओं के साथ दूसरे लोगों के दस्तावेज जोड़कर उनके आवेदनों को महज आधे घंटे में ही अप्रूव्ड भी कर दिया जाता था. हालांकि इस मामले में प्रशासन अब भी पुरानी फाइलें और रिकॉर्ड देखने की बात कह रहा है. जांच में यह भी सामने आया है कि ईमित्र संचालक ने आवेदन करने वालों के फॉर्म के साथ दूसरे लोगों के दस्तावेज लगा रखे थे.