झुंझुनू. केंद्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ओर से पिछले 38 दिनों से धरना दिया जा रहा है. इसी क्रम में 26 जनवरी को दिल्ली किसान परेड में शामिल होने और जिले के किसानों को इन कृषि कानूनों के बारे में बताने के लिए बुधवार को जनजागरण अभियान शुरू किया गया. इस अभियान की शुरुआत कलेक्ट्रेट से शुरू की गई.
देश की जनता को किया जा रहा गुमराह
झुंझुनू जिला किसान संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार नए कृषि कानूनों के मामले में देश की जनता को गुमराह कर रही है, जिसको दूर करने के लिए किसान संयुक्त संघर्ष समिति से यह निर्णय लिया है कि एक रथ तैयार कर झुंझुनूं जिले के प्रत्येक गांव में जाकर जनसंपर्क किया जाएगा. साथ ही केंद्र के तीनों काले कानूनों के खिलाफ आमजन को जागरूक करेंगा.
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पहले दिन यहां यहां पहुंची यात्रा
यात्रा के प्रथम दिन यह रथ ग्राम पुरा की ढाणी, ढिगाल, चोराडी, डाबड़ी बलोदा, तोगडा कलां, राणासर, शिशिया, बाकरा, फतेहसरा, हनुमानपुरा, देरवाला, वासिसपुरा आदि गांवों में जनसंपर्क किया गया तथा काले कानूनों के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया। इस मौके पर किसान जन जागृति यात्रा में एडवोकेट बजरंगलाल, एडवोकेट विक्रम दूलड, एडवोकेट फूलचंद बुडानिया, रोहिताश महला, गणपतसिंह, शिवप्रसाद कस्वां आदि शामिल रहे.