झुंझुनू. राज्य सरकार की ओर से हाल ही में किए गए तबादलों को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन हो रही है. जिले में 3 दिन से कई स्कूलों में तालाबंदी चल रही है. गांव वालों तथा स्कूली छात्रों का आरोप है कि राजनीतिक दुर्भावना से अच्छा काम कर रहे शिक्षकों का तबादला किया गया है. दूसरी ओर अब मीणा समाज ने भी बैठक कर विरोध जताया है. साथ ही आरोप लगाया है कि विधायकों ने उनके समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों का मनमर्जी से जैसलमेर-बाड़मेर तबादले कर दिए हैं.
आंदोलन की दी चेतावनी
इस संबंध में मीणा समाज की ओर से रविवार को झुंझुनू मुख्यालय स्थित अंबेडकर भवन में बैठक रखी गई. इसमें तय किया गया कि पहले मुख्यमंत्री से समाज की मांगों को लेकर अवगत कराया जाएगा. मुख्यमंत्री को इस बारे में बताया जाएगा कि विधायकों ने उनके समाज के अधिकारियों और कर्मचारियों का दूरस्थ स्थानों पर तबादले कर दिए हैं. जबकि वे लगातार कांग्रेस के वोटर रहे हैं.
अब नहीं सहा जाएगा
मीणा समाज के पदाधिकारियों ने यह भी चेतावनी दी है कि यदि विधायक इसी तरह से लगातार उनके समाज के लोगों को प्रताड़ित करते रहे तो वह अगले चुनाव में उनको मतदान नहीं करेंगे और उनके खिलाफ जमकर कार्य करेंगे. समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस को चुनाव जिताने के लिए उन्होंने मेहनत की थी और गली-गली जाकर कांग्रेस का चुनाव प्रचार किया था. लेकिन अब उन्हें इस तरह का सिला दिया जा रहा है इसे अब और नहीं सहा जाएगा.
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झुंझुनू में शराब तस्करी का हुआ खुलासा
जिले का एक बड़ा इलाका हरियाणा की सीमा से लगे होने की वजह से यहां पर शराब तस्करी का बड़ा कारोबार होता है. लेकिन रविवार को एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है. जिसने सामने आए हैं कि कैंटीन की शराब की तस्करी हो रही है. भारतीय सेना की ओर से अपने जवानों और पूर्व सैनिकों के लिए कैंटीन के माध्यम से शराब उपलब्ध करवाई जाती है. लेकिन इसे अन्य किसी का रखना अपराध की श्रेणी में आता है. अन्य किसी को बिना सेना के कार्ड के यह नहीं मिलता है. लेकिन जिस तरह से शराब की पेटियां मिली है उससे साफ है कि कहीं ना कहीं यह शराब मिली भगत से खरीदी गई थी.