चिड़ावा (झुंझुनू). चिड़ावा के नजदीक सुल्ताना गांव के दो भाई-बहिन ने अपने वेतन से जरूरतमंदो की शिक्षा के खर्च का बीड़ा उठाया है. साथ ही ये लोग जल्द ही फाउडेंशन भी बनाने की तैयारियां भी कर रहे हैं. जिससे जरूरतमंदों की अच्छी शिक्षा ग्रहण करवाने में उनकी मदद की जा सके.
बता दें कि रविता लांबा और विकास लांबा, जिनकी हाल फिलहाल में ही जॉब लगी है, सुल्ताना गांव के स्कूल में छात्रवृति वितरित की है. गांव के कक्षा 10 और 12 के 4 बच्चों को अपनी सैलरी से 5 हजार सालाना छात्रवृति देकर सम्मानित किया. साथ ही इन्होंने गांव के होनहार बच्चों के लिए प्रति वर्ष अपनी सैलरी से छात्रवृति देने का फैसला किया है.
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जानकारी के अनुसार विकास जर्मनी में जॉब करता है, तो रविता यहीं पर ही काम कर रही है. दोनों भाई-बहिन ने जल्द ही श्रीमति शारदा-लक्ष्मीराम लांबा के नाम से फाउडेंशन बनाने की योजना भी बनाई है. वहीं रविता लाम्बा ने बताया कि बालिकाओं को शिक्षा के साथ जोड़ने के लिए समय-समय पर आयोजन करवाए जाएंगे. ताकि ग्रामीण अंचल में वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें.