सूरजगढ़ (झुंझुनू). कोविड 19 के संकट के दौरान चल रहे लॉकडाउन में महत्वपूर्ण कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य कर रहे पुलिसकर्मी भी इस महामारी के संक्रमण से अछूते नहीं रहे है. देश भर में कई पुलिसकर्मी भी इस बीमारी का शिकार हो चुके है.
इन पुलिसकर्मियों के संक्रमित होने का सबसे बड़ा कारण उनके पास सुरक्षा के उपकरण नहीं होना ही सामने आया है. ऐसे में अब इन पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के उपकरण देने की मांग भी उठने लगी है. हालांकि दिल्ली और मुंबई सहित अन्य राज्यों में पुलिस के पास से तो सुरक्षा के पूरे उपकरण है, लेकिन राजस्थान पुलिस के पास इस प्रकार के संसाधनों का अभाव है.
झुंझुनू जिले के सूरजगढ़ थाना इलाके के पुलिसकर्मियों को बिना सुरक्षा के उपकरण और संसाधनों के अभाव में भी 24 घंटे ड्यूटी करनी पड़ रही है. ऐसे में संसाधनों और सुरक्षा उपकरणों के अभाव में चल रहे पुलिसकर्मियों की मदद के लिए दिल्ली पुलिस में कार्यरत एक पुलिसकर्मी ने वर्दी का फर्ज निभाते हुए स्थानीय पुलिस को ड्यूटी के दौरान सुरक्षा के लिए संसाधन उपलब्ध कराए हैं.
बता दें कि सूरजगढ़ थाना इलाके के तोला सेही गांव के सत्येंद्र पूनिया जो दिल्ली पुलिस में सब इंस्पेक्टर है. उनकी ड्यूटी भी धोलाकुंवा जैसे संवेदनशील क्षेत्र में लगाई गई है. कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी के दौरान उन्हें तो सभी प्रकार के सुरक्षा के उपकरण दिए गए है, लेकिन उनके गृह क्षेत्र के पुलिस कर्मियों के पास इस संकट के समय किसी भी प्रकार के सुरक्षा के उपकरणों के ना होने जानकारी उन्हें मिली तो उन्होंने तुरंत ही अपनी वर्दी का फर्ज निभाते हुए स्थानीय पुलिस कर्मियों के लिए भी हैड शिल्ड, मास्क और सैनिटाइजर भेजे.
सत्येंद्र पूनिया के पिता रामप्रताप पूनिया ने सूरजगढ़ थाना अधिकारी सुरेंद्र मलिक को सूरजगढ़, पिलानी और चिड़ावा थाने के पुलिस कर्मियों के लिए हैड शिल्ड, मास्क और सैनिटाइजर सौंपे. थाना अधिकारी सुरेंद्र मलिक ने दोनों पिता पुत्रों का पुलिस की मदद के लिए आभार जताया है.