झुंझुनू. जिले के उदयपुरवाटी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के अपहरण के मामले में 15 दिन बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिस पर बुधवार को थानाधिकारी के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. इस पर 50 किलोमीटर दूर स्थित जिला मुख्यालय पहुंचे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिले और उन्हें इस मामले से अवगत कराया.
इस दौरान ग्रामीणों ने एसपी को बताया कि मामले में थाना स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. जबकि नाबालिग के अपहरण के मामले में सारी सूचनाएं पुलिस के पास हैं, लेकिन इसके बावजूद ना तो नाबालिग को बरामद किया गया और ना ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
यह है मामला
झुंझुनू जिले के उदयपुरवाटी थाना क्षेत्र में एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 16 वर्षीय नाबालिग पुत्री घर पर सो रही थी, सुबह उठकर देखा तो नाबालिग घर पर नहीं मिली. इस दौरान परिजनों ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों के यहां भी पूछताछ की, लेकिन नाबालिग का कुछ पता नहीं चला. साथ ही बताया कि नाबालिग घर से 45 हजार नकद, एक सोने का मंगलसूत्र, एक कान के झूमर, सोने की दो अंगूठी, चांदी की दो जोड़ी पाजेब समेत कई गहने अपने साथ ले गई है.
घरवालों का आरोप है कि घर पर एक युवक का आना-जाना लगा रहता था, जिसको शक के दायरे में लेते हुए उसके घर जाकर पूछताछ की तो युवक के घरवालों ने अभद्र व्यवहार किया. नाबालिग के परिजनों का कहना है कि उक्त युवक ही नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले गया है.
पीड़ित परिवार की नहीं की सुनवाई
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि इस मामले में पहले पुलिस थाना गुढ़ा में लड़की के घर वाले रिपोर्ट दर्ज करवाने गए, लेकिन वहां उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और अभद्र भाषा का प्रयोग कर वहां से भगा दिया गया. इसी संदर्भ में बुधवार को एसपी के समक्ष नाबालिग के परिजनों ने मदद की गुहार लगाई है.