झुंझुनू. कोरोना वायरस महामारी से जंग जारी है और इसमें सबसे बड़ी भूमिका चिकित्सकों की ही है. ऐसे में उनकी मांग पर जिला कलेक्टर की ओर से उनको टोल टैक्स में छूट का उपहार दिया गया है. जिले के सरकारी चिकित्सकों और स्वास्थ्य विभाग के चुनिंदा अधिकारियों को अब निजी वाहनों से जिले में आने जाने के लिए टोल बूथों पर टोल का भुगतान नहीं करना पड़ेगा.
चिकित्सकों के संगठन ने की थी मांग
इसके लिए सेवारत चिकित्सक संघ अरीसदा के ज्ञापन पर कलेक्टर ने कार्रवाई करते हुए चिकित्सकों को टोल चुकाने से छूट दी है. इससे पहले चिकित्सकों को टोल मुक्त रखने के लिए राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ अरीसदा ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया था.
ज्ञापन में बताया गया कि चिकित्सकों और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राष्ट्रीय कार्यक्रमों और मौसमी बीमारियों के नियंत्रण समेत अन्य कार्यक्रमों के लिए जिले में नियमित दौरे पर जाना पड़ता है. इसके लिए उनको टोल चुकाना पड़ता है. अरीसदा ने डॉक्टरों और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को टोल से मुक्त रखने की मांग की थी. इसके बाद जिला कलेक्टर यूडी खान ने प्रभारी डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग के चुनिंदा अधिकारियों को टोल मुक्त रखने के निर्देश जारी किए.
इन अधिकारियों को मिलेगी टोल से छूट
चिकित्सा विभाग के 16 चुनिंदा अधिकारियों और प्रभारी चिकित्सकों को टोल से मुक्त किया है. इसमें सीएमएचओ, पीएमओ, अतिरिक्त सीएमएचओ, डिप्टी सीएमएचओ, जिला प्रजनन अधिकारी, जिला क्षय रोग अधिकारी, डीपीसी और प्रभारी औषधि भंडार, ब्लॉक सीएमएचओ, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी, एनएचएम जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एनयूएचएम शहरी के जिला कार्यक्रम प्रबंधक, एनएचएम के जिला लेखा प्रबंधक और जिला नोडल अधिकारी, एनएचएम के एपिडेमियोलॉजिस्ट्स, विभिन्न समन्वयक, समस्त चिकित्सा अधिकारी प्रभारी और खंड कार्यक्रम प्रबंधकों को टोल से मुक्त रखा है.