कोटा: मेडिकल और इंजीनियरिंग एंट्रेंस के लिए जाने जाने वाले कोटा में एक और नए कोचिंग संस्थान ने दस्तक दी है. सर्वम नाम से इस कोचिंग को यहां की फैकल्टी ने मिलकर बनाया है. नीट यूजी 2025 को देखते हुए क्रैश कोर्स और टेस्ट सीरीज शुरू शुरू की गई है. फैकल्टी का कहना है कि आने वाले दिनों में लॉन्ग टर्म कोर्स भी वे जल्द ही लॉन्च कर देंगे.
यह कोचिंग कोटा के ही पुराने कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने वाले टीचर्स ने मिलकर खोला है. इनमें जितेंद्र चंदवानी, आशीष गुप्ता, डॉ. परवेज खान, आशीष बाजपेई, आशीष बंसल, इंसाफ अली, आशीष माहेश्वरी और ललित विजय शामिल हैं. इंस्टिट्यूट के संस्थापक जितेंद्र चंदवानी का कहना है कि 11वीं-12वीं और ड्रॉपर स्टूडेंट के लिए लॉन्ग टर्म नीट यूजी के कोर्स भी शुरू करेंगे. उनके यहां पर 100 से 120 स्टूडेंट के लिए बैच बनाए जाएंगे.
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उनका कहना है कि हम बच्चों को एकेडमिक एक्सीलेंस से पढ़ाएंगे. पूरी केयरिंग भी देंगे. यहां पर तनाव मुक्त वातावरण बच्चों को दिया जाएगा. इसके साथ ही वन टू वन मेंटरशिप भी बच्चों की होगी. जीरो प्रॉब्लम फैसिलिटी की सुविधा भी हम बच्चों को देने वाले हैं. बच्चों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी.
इसलिए कोटा को बताया सफल: लॉन्चिंग कार्यक्रम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ संगीता सक्सेना के मुख्य आतिथ्य में हुआ. वर्तमान में गिरती बच्चों की संख्या और कोचिंग के सस्टेन करने के सवाल पर फैकल्टी ने बताया कि हर समय पॉजिटिव रहकर ही काम करना होगा. कोटा को शिक्षा की काशी कहा जाता है. यहां के कोचिंग सेंटर्स दूसरे शहरों में खुले हैं, लेकिन वहां पर केवल लोकल बच्चे ही पढ़ने पहुंच रहे हैं. जबकि कोटा में देश भर से टैलेंट आता है.
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उन्होंने कहा कि दूसरी चीज है यहां पर टॉप स्टूडेंट आ रहे हैं, इसलिए यहां पर नीट और जेईई की तैयारी में कंपटीशन भी होता है. उन्होंने तीसरा कारण बताया कि कोटा की फैकल्टी की मेडिकल और इंजीनियरिंग एंट्रेंस में विशेषज्ञता मानी जाती है. यहां से एम्स और नीट यूजी जैसे एग्जाम में बड़ी परीक्षाओं में सिलेक्शन दिए हैं. ऐसे में यहां की फैकल्टी दूसरे शहरों में जाकर पढ़ना भी नहीं चाहती है, यह भी एक महत्वपूर्ण कारण कोटा के लिए है.