झुंझुनू. राजस्थान के चुनाव में नजर रखने वाले लोग भले ही उदयपुरवाटी विधानसभा को कम जानते होंगे, लेकिन लाल डायरी प्रकरण को उठाने वाले राजेन्द्र सिंह गुढ़ा को पूरा देश जानता है. राजेन्द्र सिंह गुढ़ा के लाल डायरी प्रकरण को भाजपा ने चुनाव में सियासी मुद्दा बना रखा है. गुढ़ा के सामने बीजेपी ने शुभकरण चौधरी को मैदान में उतारा है.
साल 2013 से 2018 तक यहां से शुभकरण चौधरी विधायक रहे. शुभकरण चौधरी ने अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ कहा कि इस उदयपुरवाटी के चुनाव में लाल डायरी का कोई प्रकरण नहीं है, यहां तो काली डायरी का मुद्दा है. यह गुढ़ा के काले कारनामों की काली डायरी है. काली डायरी में विधायक और कांग्रेस सरकार के काले चिट्ठे लिखे हुए हैं.
पढ़ें:PM मोदी बोले- कांग्रेस ने सचिन पायलट को दूध में से मक्खी की तरह निकाल फेंका
काली डायरी का काला इतिहास : चौधरी ने कहा कि गुढ़ा ने क्षेत्र में भय और भ्रष्टाचार फैलाया है, काली डायरी के काले पन्नों पर जो काला इतिहास लिखा है, उसे मिटाकर जनता को भयमुक्त करना है. उन्होंने कहा कि उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में पीने के पानी की भारी किल्लत है. पानी की किल्लत को दूर करना ही मेरा मकसद है.
पहली बार समाज में एकजुटता: उदयपुरवाटी में जातीय संघर्ष के एक लम्बे इतिहास के बारे में जिक्र करने पर चौधरी ने कहा कि "पहली बार इस विधानसभा में इतनी एकजुटता समाजों में देखने को मिल रही है. मुझे यहां 36 कौम का प्यार मिल रहा है, सब चाहते हैं कि इन गुंडों का राज खत्म हो, रामराज की स्थापना हो." इस दौरान उन्होंने वर्तमान विधायक को गुंडा बताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए.