झुंझुनू. जिले के सिंघाना क्षेत्र में हो रही तेज बारिश के कारण वार्ड न. 8 में आफत बन गई है. 28 साल से चारपाई पर जिंदगी गुजार रहे विकलांग ओम प्रकाश मीणा का मकान बारिश से ढह गया. जिससे बाथरूम और रसोई घर पूरी तरह से कचरे के ढेर में तबदील हो गए. साथ ही मकानों में दरार भी आ गई.
ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्र से आया बरसात का पानी घर के बाहर जमा हो गया. पानी निकलने का कोई माध्यम नहीं है, जिसके कारण पानी मकानों में घुस गया और मकान ढह गया. कोई व्यवस्था न होने के कारण विकलांग के उनके परिवार को पड़ोसियों के घर में जाकर रहना पड़ा रहा है.
इस परिवार के पास सिर ढ़कने के लिए एकमात्र मकान था, जो अब बरसात में ढह गया है. ओमप्रकाश की पत्नी लक्ष्मी देवी ने बताया कि 28 साल से चारपाई पर जिंदगी गुजार रहे पति के इलाज में जमा पुंजी अस्पतालों में लगा दी. अब केवल मकान था और वो भी बरसात में ढह गया.
बता दें कि सरकार द्वारा भी इस परिवार को कोई सहायता नहीं मिली है. जब मकान ढहने की सुचना बुहाना तहसीलदार प्रभु दयाल व्यास को मिली, तो वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जिसके बाद डीलर राधेश्याम मीणा को विकलांग पीड़ित परिवार को हर महीने 30 किलो गेहूं तात्कालिक सहायता नियम अनुसार देने के निर्देश दिए.