झुंझुनूं. जिले में पाले से किसानों की फसलें चौपट होने को लेकर किसान आक्रोशित हैं. कई गांवों में किसानों ने तबाह हुई फसल पर ट्रैक्टर चलाकर विरोध जताया है. जिले के मारिगसर, नयासर व ढाका मंडी में फसल चौपट होने व नुकसान की भरपाई के लिए विशेष पैकेज नहीं मिलने से नाराज किसानों ने अपनी खड़ी हुई फसलों पर ट्रैक्टर चला दिए.
किसान जयप्रकाश का कहना है कि मौसम की मार की वजह से हमारी फसलें पूरी तरह से खराब हो चुकी हैं. हमने संपर्क पोर्टल 181 पर भी कई बार शिकायत दर्ज करवाई, लेकिन हमारा कोई समाधान नहीं हुआ. इंश्योरेंस कंपनी भी हमारा फोन नहीं उठा रही है. किसान ने यह आरोप भी लगाया कि सरकारी टीम खेतों में नहीं पहुंच रहीं. दफ्तर में बैठकर कागजी खानापूर्ति की जा रही है. इधर अधिकारी खुद मान रहे हैं कि अभी तक 25 प्रतिशत ही गिरदावरी हो पाई है. 31 मार्च तक गिरदावरी कर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजनी है.
पढ़ें: भीलवाड़ा: आफत की बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की उम्मीद पर फिरा पानी, फसलें हुई चौपट
प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता बबलू चौधरी किसानों के विरोध में शामिल होने पहुंचे. इस दौरान बबलू चौधरी ने कहा जिले के किसानों की पीड़ा को सरकार नहीं समझ रही है. बजट में मुआवजे की घोषणा नहीं होने पर 13 फरवरी को किसान व भाजपा नेता किसान गर्जना रैली करेंगे. दूसरी ओर ढ़ाका मंडी में भाजपा नेता सतीश गजराज किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुए. भाजपा नेता ने बताया कि सरकार सही गिरदावरी करवाए और आर्थिक पैकेज की घोषणा करे. किसानों ने भाजपा नेता बबलू चौधरी व सतीश गजराज को बताया कि उनकी तकलीफ जानने कोई पटवारी नहीं आया और ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचा. अधिकारी अपने कार्यालयों में बैठकर कागजों में नाम मात्र की गिरदावरी करके राज्य सरकार को भेज रहे हैं.