झुंझुनू. जिले में पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों के इस दुख की घड़ी में जिला कलेक्टर उमर दीन खान स्वयं उनके खेतों में पहुंचे और उन्हें भरोसा दिलवाया कि सरकार और जिला प्रशासन पूरी तरह उनके साथ है, जल्द से जल्द उन्हें उचित मुआवजा दिलवाया जाएगा.
जिला कलेक्टर ने कहा कि ये प्राकृतिक आपदा थी, जिस पर किसी का कोई नियंत्रण नहीं है. लेकिन जिले के किसान को परेशान या दुखी नहीं होने दिया जाएगा. इसके लिए प्रभावी कार्य योजना के तहत कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.
जिला कलेक्टर ने दिए अहम निर्देश
जिला कलेक्टर यूडी खान ने बताया कि सूरजगढ़ और पिलानी क्षेत्रों के लगभग 20 से अधिक गांवों में कृषि विभाग के स्थानीय कर्मचारी, पटवारी, गिरदावर, बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि को निर्देशित कर दिया गया है कि वे जल्द से जल्द सर्वे कम्पलीट करें और अपनी जांच प्रशासन को सौपें, ताकि सरकार को रिपोर्ट प्रेषित कर किसान को उनकी खराब फसल का उचित मुआवजा दिलवाया जा सकें.
जिला कलेक्टर ने इन गांवों का किया निरीक्षण
जिला कलेक्टर खान ने सूरजगढ़ उपखंड के घरडू, घरडू की ढाणी, भोबिया का बास, धींधवा, जीणी, देवरोड, गोपालपुरा गांवों के खेतों में जाकर फसलों का निरीक्षण किया. इस दौरान जिला कलेक्टर ने किसानों को हौसला बंधाते हुए हर संभव मदद करने का भरोसा दिलवाया.
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झुंझुनूं में कृषि विज्ञान केंद्र आबूसर की ओर से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत ग्राम भोमपुरा, चिड़ावा में मुकेश कुमार के खेत पर चना फसल प्रदर्शन पर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया. कृषि विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. आरएस राठौड ने बताया कि दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए समूह प्रथम पंक्ति के अंतर्गत 14 प्रगतिशील कृषकों के खेत पर चना फसल प्रदर्शन आयोजित किये गए थे. इन प्रदर्शन में उन्नत बीज किस्म जीएनजी 2144, बीज उपचार के लिए एनपी के कन्सोर्टिया और ट्राइकोड्रमा और खरपतवार नाशी दिया गया था.
कृषकों ने की उन्नत तकनीकी की सराहना
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित कृषकों ने दिए गए आदानों और तकनीकी की सराहना की और उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए कारगर उपाय बताया. उल्लेखनीय है कि ग्राम भोमपुरा कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से ‘‘कृषकों की आय दुगुनी करना ’’ योजना के अंतर्गत चयनित है, जिसमें रबी सीजन में चना के अलावा सरसों के 15 और प्याज के 9 किसानों के खेत पर प्रदर्शन लगाए गए थे.