झुंझुनू. आगामी 22 फरवरी से शुरू हो रहे मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम में टीकाकरण से वंचित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाएंगे. इस अभियान में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों में शत-प्रतिशत टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को समाज के प्रमुख लोगों की बैठक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में बुलाई गई.
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इस बैठक में आरसीएचओ और टीकाकरण के नोडल अधिकारी डॉ. दयानंद सिंह, बीडीके अस्पताल में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. असलम ने टीकाकरण का महत्व बताया. साथ ही उपस्थित समाज बंधुओं को अपने परिवार, समुदाय, पास-पड़ोस में टीकाकरण से वंचित बच्चों को 22 फरवरी को टीका लगवाने के लिए प्रेरित करने की अपील की.
बच्चों में 11 जानलेवा बीमारियों के लिए सुरक्षा कवज का काम करेगा यह टीका
टीकाकरण को लेकर आरसीएचओ और टीकाकरण के नोडल अधिकारी डॉ. दयानंद सिंह ने बताया कि संपूर्ण टीकाकरण से बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है. ये टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं का सुरक्षा कवच के समान हैं. उन्होंने बताया कि स्वस्थ समाज के लिए हमे अपने बच्चों का टीकाकरण करवाना चाहिए. इस लिए माता-पिता समय निकाल कर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर टीका अवश्य लगवाये.
कोविड-19 टीकाकरण को लेकर फैली भ्रांति को दूर करे प्रबुद्धजन
चिकित्सा विभाग के इन आलाधिकारियों ने बैठक के दौरान ही अल्पसंख्यक समाज के प्रबुद्धजनों से कोविड-19 टीकाकरण को लेकर समुदाय में फैली भ्रांतियों को दूर करने तथा टीकाकरण के लिए प्रेरित करने की अपील की. इस दौरान बैठक में उपस्थित अल्पसंख्यक समाज के प्रबुद्ध लोगों ने समाज को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने की हुंकार भरी.