चिड़ावा (झुंझुनू). जिले के चिड़ावा कस्बे के वार्ड नंबर 14 में शनिवार रात एक वृद्ध महिला की झोपड़ी में आग लग गई. जिससे उसमें बंधे 6 मवेशियों की आग में झुलसने से मौत हो गई. आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं लग पाया है. वहीं सूचना मिलने के बाद पुलिस ने पहुंचकर मौका मुआयना किया. वार्ड के पार्षद प्रतिनिध भी मौके पर पहुंचे.
बता दें कि बीती रात को करीब 12 से 1 बजे के बीच अज्ञात कारणों से लगी आग की लपटें जब 70 साल की वृद्धा बसंती देवी कुमावत ने देखी तो मदद के लिए आस-पास के लोगों को बुलाया. स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने पा लिया गया. लेकिन इस दौरान झोंपड़ी में बंधी 6 बकरियों की आग में झुलसने से मौत हो गई.
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वार्ड नंबर 14 के नेहरू बाल मंदिर के पीछे रहने वाली 70 वर्षीय बंसती देवी कुमावत की जीविका का सहारा थे. 14 साल पहले बसंती के पति मथुरा प्रसाद के निधन तथा दो बच्चे लालचंद एवं राजकुमार को अलग हो जाने के बाद बसंती अकेले ही इस घर में रहती है तथा मवेशियों के सहारे से आजीविका चलाती है. लेकिन बीती रात को हुए हादसे ने इस वृद्ध महिला के आजिविका के सहारे को भी छीन लिया.
सरकारी सहायता की दरकार
70 वर्षीय बसंती देवी पिछले 10-12 साल से अकेली ही घर में रह रही है. आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर है कि इस घटना के बाद फिर से मवेशी लाने तक के पैसे नहीं है. अब बसंती को उम्मीद है तो राज्य की कांग्रेस सरकार से मदद की. वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे वार्ड 14 के पार्षद प्रतिनिधि रामसिंह चारावास ने सरकार से मांग की है कि सरकार से कुछ मदद मिले, ताकि इस वृद्ध महिला की कुछ सहायता हो जाए.