झुंझुनू. सामान्य रूप से फॉच्र्चुनर जैसी बड़ी गाड़ी को वीआईपी कल्चर से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन अब सावधान हो जाईए, क्योकि अपराधी प्रवत्ति के लोगों ने भी अनेक प्रकार के अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए फॉच्र्चुनर जैसी वीआईपी गाड़ियों का इंतमाल करना शुरू कर दिया है.
जहां जिले की मलसीसर पुलिस ने दो आरोपियों को फॉच्र्युनर गाड़ी सहित गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार मलसीसर में पुलिस नाकाबंदी को तोड़कर भाग रहे इन बदमाशों को पकड़ा है.
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दोनों गिरफ्तार आरोपियों की संगीन सच्चाई
ये दोनों बदमाश चोरी की फॉच्र्युनर में थे. उसमें फर्जी नंबर प्लेट लगा रखी थी. गिरफ्तार बदमाश में से एक पर पहले से कई मामले दर्ज हैं. वह एक माह पहले ही जेल से छूटा था. बदमाशों के पास से पुलिस ने 4 जिंदा कारतूस भी बरामद की है.
पुलिस नाकाबंदी तोड़ भागने के प्रयास में ट्रक से टकराई फॉच्र्युनर
पुलिस ने बताया कि मलसीसर इलाके में गणतंत्र दिवस को लेकर सुरक्षा व्यवस्था में दो जगह नाकाबंदी करवाई गई थी. तभी एक फॉच्र्युनर गाड़ी आती हुई नजर आई. पुलिस ने जिसे रुकने का इशारा किया तो वह गाड़ी नाकाबंदी तोड़ कर भागने लगी. पुलिस टीम ने भी गाड़ी का पीछा करना शुरू किया.
इस दौरान कुछ किलोमीटर आगे थाने के सामने नाकाबंदी देख बदमाशों ने गाड़ी को टर्न किया. इस दौरान गाड़ी पीछे से आ रहे ट्रक से टकरा गई. गाड़ी रुकने पर दो बदमाश उतरकर भागने लगे, पुलिस ने पीछा करके उन्हें दबोच लिया.
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जयपुर की फर्जी नंबर प्लेट के साथ तलाशी में मिले एक पिस्टल और चार कारतूस
स्थानीय पुलिस तलाशी के दौरान दोनों आरोपियों के पास से एक पिस्टल और चार कारतूस बरामद किए गए. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों का नाम हीराराम और हेमाराम है. फॉच्र्युनर गाड़ी पर जयपुर की फर्जी नंबर प्लेट लगी मिली. गिरफ्तार आरोपियों में से हीराराम नोखा इलाके का रहने वाला है, जो रंगदारी और फायरिंग के मामले में वह एक माह की जेल काट चुका है. वहीं दूसरा आरोपी हेमाराम नागौर का रहने वाला है.