झालावाड़. जिले के के असनावर थाना क्षेत्र में मकर संक्रांति का त्योहार एक परिवार के लिए अभिशाप साबित हुआ. पतंगबाजी के दौरान एक 12 वर्षीय बालक को चाइनीज मांझे के कारण अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. असनावर थाना क्षेत्र के पुरानी आबादी इलाके में घर के बाहर पतंग उड़ा रहे एक 12 वर्षीय मासूम की गर्दन में चाइनीज मांजे उलझ गई. इस दौरान मांझे को बच्चों द्वारा खिंचने पर बालक की गर्दन पर गहरा घाव हो गया. हादसे के बाद परिवार सहित आसपास पतंग उड़ा रहे बच्चे भी सकते में आ गए. आनन-फानन में बालक को असनावर के प्राथमिक चिकित्सालय में ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद तत्काल झालावाड़ रेफर कर दिया.
अस्पताल चौकी प्रभारी महेंद्र मीणा ने बताया कि असनावर के पुरानी आबादी इलाके का रहने वाला 12 वर्षीय बालक सुरेंद्र सोमवार को घर के बाहर पतंग उड़ा रहा था, इसी दौरान बालक के गले में पतंग की डोर जा फंसी. इस हादसे में बालक की गर्दन पर गहरा घाव हो गया बाद में परिजन बालक को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां सुरेंद्र पुत्र दिलीप भील को जांच के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया.
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महेंद्र मीणा ने बताया कि फिलहाल पुलिस ने शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है. असनावर थाना पुलिस को सूचित कर दिया गया है. सुबह मृतक मासूम का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा. वहीं, मृतक के पिता ने बताया कि सुरेंद्र कक्षा 5 में पढ़ाई कर रहा था. बता दें कि प्रदेश सरकार ने चाइनीज मांझे पर बैन को लेकर सभी जिला कलेक्टर तथा नगर निकायों को सख्त निर्देश जारी किए थे उसके बावजूद भी कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही के चलते एक 12 वर्षीय मासूम को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. वहीं, बालक की मौत के बाद पूरे परिवार सहित गांव में सन्नाटा फैल गया है.