झालावाड़. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सामने कांग्रेस ने रामलाल चौहान को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. रविवार देर रात जारी की गई कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों की सूची में झालरापाटन विधानसभा सीट से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सामने रामलाल चौहान को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है. इधर कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा के बाद रामलाल चौहान के समर्थकों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके आवास पर जमकर आतिशबाजी की व आलाकमान का आभार जताया.
कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल चौहान कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ता हैं, जो मूलतः पिड़ावा कस्बे के निवासी हैं. साथ ही वो पूर्व में प्रदेश कांग्रेस के सदस्य रह चुके हैं. वहींं, 2005 में पंचायत समिति पिड़ावा से प्रधान पद पर रह चुके हैं. मीडिया से फोन पर बातचीत करते हुए रामलाल चौहान ने बताया कि वे पिछले 40 वर्षों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं. ऐसे में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें झालरापाटन विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है.
राजे को चुनौती देने के लिए तैयार : राजनीतिक लिहाज से झालरापाटन विधानसभा सीट को प्रदेश में हॉट सीट माना जाता है. इस सीट पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे चार बार विधायक रह चुकीं हैं. वहीं, उन्हें दो बार मुख्यमंत्री रहने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है. ऐसे में पूर्व सीएम राजे इस सीट पर अपना पांचवा नामांकन भर चुकीं हैं. 34 वर्षों से राजनीति में सक्रिय वसुंधरा राजे के राजनीतिक विरोधियों की संख्या भी दिनों दिन बढ़ती जा रही है. ऐसे में कभी राजे के करीबी नेता रहे शैलेंद्र यादव व एक सरकारी अफसर रायसिंह मोजावत नामांकन के आखिरी दिन निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना पर्चा दाखिल कर राजे के सामने चुनौती पेश कर सकते हैं.
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शैलेंद्र यादव कर सकते हैं कांग्रेस से बगावत : झालरापाटन विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी से दो बार अपनी मजबूत दावेदारी जता चुके शैलेंद्र यादव इस सीट पर कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं. शैलेंद्र यादव पिछले दो विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस पार्टी से दावेदारी करते आए हैं. पिछली बार बाहरी प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह के कारण कांग्रेस ने इनका टिकट काट दिया था.
ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस की पिछली 6 सूचियों में झालरापाटन विधानसभा सीट से किसी भी कांग्रेस प्रत्याशी का नाम ना आने के पीछे भी शैलेंद्र यादव का नाम है. सचिन पायलट के बेहद ही करीबी नेता माने जाने वाले शैलेंद्र यादव के लिए सचिन पायलट ही कांग्रेस है. ऐसे में जानकार सूत्रों की मानें तो शैलेंद्र यादव का नाम एक दिन पहले तक कांग्रेस के मजबूत दावेदारों में गिना जा रहा था, लेकिन राजनीतिक गुटबाजी के चलते उनका टिकट अंतिम समय पर काट दिया गया.