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हाड़ौती की गंगा चंद्रभागा में कैसे होगा कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र स्नान, घाट पर न तो पानी है और न ही साफ सफाई - झलारापाटन में चंद्रभागा नदी के पानी में गंदगी

झालावाड़ के झालरापाटन से बहने वाली चंद्रभागा नदी में कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र स्नान की परंपरा है. लेकिन नदी पर हो रहे घाट निर्माण के कारण पानी गंदा हो गया है और नदी का जलस्तर भी कम हो गया है. ऐसे में पूर्णिमा पर स्नान को लेकर नगर पालिका के व्यवस्थाओं पर सवाल उठ रहें है. वहीं नगरपालिका चेयरमैन ने कार्तिक पूर्णिमा से पहले सभी तैयारियां पूरे हो जाने का दावा किया है.

Dirt in Chandrabhaga river water in Jhalarapatan, झलारापाटन में चंद्रभागा नदी के पानी में गंदगी
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Published : Nov 6, 2019, 10:22 AM IST

झालावाड़. जिले के झालरापाटन को ऐतिहासिक नगरी कहा जाता है. हाड़ौती की गंगा कही जाने वाली चंद्रभागा नदी भी झालरापाटन से ही बहती है. इस ऐतिहासिक नगरी से बहती चंद्रभागा नदी में कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र स्नान की परंपरा है. जिसमें आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु यहां आकर नदी में पवित्र स्नान करते हैं. ऐसे में आगामी 12 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन हजारों श्रद्धालु यहां पर आस्था की डुबकी लगाएंगे.

झलारापाटन में चंद्रभागा नदी के पानी में गंदगी

लेकिन कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्रभागा नदी के जिन घाटों पर स्नान किया जाएगा, उन घाटों की हालात खराब है. जहां एक ओर झालावाड़ में बाढ़ की वजह से जिले की तमाम नदियां अभी भी पानी से लबालब है, वहीं घाटो पर चंद्रभागा नदी का जलस्तर इतना कम हो चुका है कि नदी में केवल गंदा पानी और कीचड़ ही नजर आता है.

ये पढ़ेंः झालावाड़: गर्ल्स कॉमन रूम की सफाई नहीं हुई तो छात्रों ने सोफे बाहर फेंके, स्टाफ रूम की कुर्सी भी ले गए

बता दें कि चंद्रभागा नदी पर घाट का भी निर्माण हो रहा है. जिस वजह से उसकी गंदगी नदी में आ रही है. वहीं ठेकेदार गैर-जिम्मेदाराना तरीके से नदी के पानी की निकासी कर रहा है. जिसकी वजह से घाट पर पानी ही नहीं बचा है. ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र स्नान को लेकर नगर पालिका की तैयारियों पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं. साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालु के सामने भी गंदे पानी की वजह से स्नान को लेकर बढ़ा धर्मसंकट रहेगा.

घाट पर नहा रहे लोगों ने बताया कि पिछली बार बहुत ऊपर तक पानी था. इस बार ज्यादा बारिश हुई उसके बावजूद नदी के घाट पर पानी नही है साथ ही पानी भी काफी गन्दा है. साफ सफाई नहीं होने की वजह से जगह जगह इसमें कूड़ा करकट जमा हो गया है. नगर पालिका ने नदी और घाट पर न तो साफ सफाई करवाई गई है और ना ही विसर्जन की गई मूर्तियां निकाली गई हैं. जिसकी वजह से नदी का पानी काफी गन्दा हो गया है.

ये पढ़ेंः झालावाड़ में कोलवा गुर्जर अग्निकांड: 3 बच्चों की मौत के बाद पीड़ित परिवार के आर्थिक सहयोग के लिए आगे आए सामाजिक कार्यकर्ता

नगर पालिका का कार्तिक पूर्णिमा से पहले साफ-सफाई का दावा-

चंद्रभागा नदी में कार्तिक पूर्णिमा को होने वाले स्नान को लेकर नगर पालिका का के चेयरमैन अनिल पोरवाल ने समय से घाट को व्यवस्थित करने का दावा किया है. चेयरमैन ने बताया कि पूर्णिमा पर स्नान से पहले नगर पालिका के सफाई कर्मी नदी के दोनों ओर घाटों की सफाई कर देंगे. साथ ही श्रद्धालुओं को घाट तक आने के रास्ते भी साफ-सुथरे मिलेंगे. साथ ही बताया कि स्नान के बाद भी घाटों को साफ करवा दिया जाएगा. वहीं घाट पर चल रहे निर्माण कार्यों को भी जल्द करवा दिया जाएगा.

झालावाड़. जिले के झालरापाटन को ऐतिहासिक नगरी कहा जाता है. हाड़ौती की गंगा कही जाने वाली चंद्रभागा नदी भी झालरापाटन से ही बहती है. इस ऐतिहासिक नगरी से बहती चंद्रभागा नदी में कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र स्नान की परंपरा है. जिसमें आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु यहां आकर नदी में पवित्र स्नान करते हैं. ऐसे में आगामी 12 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन हजारों श्रद्धालु यहां पर आस्था की डुबकी लगाएंगे.

झलारापाटन में चंद्रभागा नदी के पानी में गंदगी

लेकिन कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्रभागा नदी के जिन घाटों पर स्नान किया जाएगा, उन घाटों की हालात खराब है. जहां एक ओर झालावाड़ में बाढ़ की वजह से जिले की तमाम नदियां अभी भी पानी से लबालब है, वहीं घाटो पर चंद्रभागा नदी का जलस्तर इतना कम हो चुका है कि नदी में केवल गंदा पानी और कीचड़ ही नजर आता है.

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बता दें कि चंद्रभागा नदी पर घाट का भी निर्माण हो रहा है. जिस वजह से उसकी गंदगी नदी में आ रही है. वहीं ठेकेदार गैर-जिम्मेदाराना तरीके से नदी के पानी की निकासी कर रहा है. जिसकी वजह से घाट पर पानी ही नहीं बचा है. ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र स्नान को लेकर नगर पालिका की तैयारियों पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं. साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालु के सामने भी गंदे पानी की वजह से स्नान को लेकर बढ़ा धर्मसंकट रहेगा.

घाट पर नहा रहे लोगों ने बताया कि पिछली बार बहुत ऊपर तक पानी था. इस बार ज्यादा बारिश हुई उसके बावजूद नदी के घाट पर पानी नही है साथ ही पानी भी काफी गन्दा है. साफ सफाई नहीं होने की वजह से जगह जगह इसमें कूड़ा करकट जमा हो गया है. नगर पालिका ने नदी और घाट पर न तो साफ सफाई करवाई गई है और ना ही विसर्जन की गई मूर्तियां निकाली गई हैं. जिसकी वजह से नदी का पानी काफी गन्दा हो गया है.

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नगर पालिका का कार्तिक पूर्णिमा से पहले साफ-सफाई का दावा-

चंद्रभागा नदी में कार्तिक पूर्णिमा को होने वाले स्नान को लेकर नगर पालिका का के चेयरमैन अनिल पोरवाल ने समय से घाट को व्यवस्थित करने का दावा किया है. चेयरमैन ने बताया कि पूर्णिमा पर स्नान से पहले नगर पालिका के सफाई कर्मी नदी के दोनों ओर घाटों की सफाई कर देंगे. साथ ही श्रद्धालुओं को घाट तक आने के रास्ते भी साफ-सुथरे मिलेंगे. साथ ही बताया कि स्नान के बाद भी घाटों को साफ करवा दिया जाएगा. वहीं घाट पर चल रहे निर्माण कार्यों को भी जल्द करवा दिया जाएगा.

Intro:हाड़ौती की गंगा कही जाने वाली चंद्रभागा नदी में कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र स्नान की परंपरा है। यहाँ पर हजारों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाएंगे लेकिन झालरापाटन नगर पालिका की लापरवाही के चलते नदी के घाट पर बेहद की कम जलस्तर है तथा जितना पानी है वो ही बहुत गंदा है।


Body:झालावाड़ के झालरापाटन को ऐतिहासिक नगरी कहा जाता है। हाडोती की गंगा कही जाने वाली चंद्रभागा नदी भी झालरापाटन से ही बहती है। चंद्रभागा नदी में कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र स्नान की परंपरा है। जिसमें आसपास के क्षेत्रों से हजारों श्रद्धालु यहां आकर चंद्रभागा नदी में पवित्र स्नान करते हैं। ऐसे में आगामी 12 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन हजारों श्रद्धालु यहां पर आस्था की डुबकी लगाएंगे।

ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने कार्तिक पूर्णिमा से पूर्व जिस जगह पर चंद्रभागा नदी में स्नान किया जाएगा वहाँ के हालात जानने का प्रयास किया तो हैरत में डालने वाले दृश्य नजर आये क्योंकि जहां इस बार झालावाड़ में बाढ़ की वजह से जिले की तमाम नदियां अभी भी पानी से लबालब है वही चंद्रभागा नदी में पानी ही नहीं है। चंद्रभागा नदी का जलस्तर इतना कम हो चुका है की नदी में केवल गंदा पानी व कीचड़ ही नजर आता है। वहाँ नहा रहे लोगों से जब हमने बात की तो उनका कहना था कि पिछली बार बहुत ऊपर तक पानी था लेकिन इस बार ज्यादा बारिश हुई उसके बावजूद नदी के घाट पर पानी नही है तथा जो पानी है वो भी काफी गन्दा है। साफ सफाई नही होने की वजह से जगह जगह इसमें कूड़ा करकट जमा हो रखा है। नगर पालिका के द्वारा नदी व घाट पर न तो साफ सफाई करवाई गई है और ना ही विसर्जन की मूर्तियां निकाली गई हैं। जिसकी वजह से नदी का पानी काफी गन्दा हो गया है।

आपको बता दें कि चंद्रभागा नदी पर घाट का भी निर्माण हो रहा है जिसके चलते उसकी भी गंदगी नदी में आ रही है तथा ठेकेदार द्वारा गैरजिम्मेदाराना तरीके से नदी के पानी की निकासी कर दी गई है जिसकी वजह से घाट पर पानी ही नही बचा है। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा के पवित्र स्नान को लेकर नगर पालिका की तैयारियों को पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं साथ ही यहां आने वाले श्रद्धालु के सामने भी गंदे पानी की वजह से स्नान को लेकर बढ़ा धर्मसंकट रहेगा।

वहीं नगरपालिका का दावा है कि कार्तिक पूर्णिमा से पूर्व घाटों की साफ-सफाई करवा ली जाएगी और जब श्रद्धालु यहां से स्नान करके चले जाएंगे उसके बाद भी घाट को स्वच्छ कर दिया जाएगा


Conclusion:बाइट 1 - पंकज वैष्णव (आमजन)
बाइट 2 - आमजन
बाइट 3 - अनिल पोरवाल (चैयरमेन, झालरापाटन नगरपालिका)
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