झालावाड़. अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि सरकार को मुस्लिम महिलाओं की तो चिंता है लेकिन सीता के पति राम की नहीं है. क्योंकि, सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के फैसले पर रिव्यू पिटीशन दायर हो गई है. ऐसे में सरकार को मंदिर को लेकर संसद में कानून बनाना चाहिए.
इस दौरान उन्होंने कहा कि राम मंदिर तो बन जाएगा, लेकिन लोगों के घर, पेट व शिक्षा का क्या? देश की अर्थव्यवस्था आज वेंटिलेटर पर है, लोगों के रोजगार जा रहें है, किसानों को फसल के दाम नहीं मिल रहे हैं. जिसकी जिम्मेदार केंद्र सरकार है. ऐसे में सभी दलों को राजनीति से ऊपर उठकर देश को इकोनॉमिकल इमरजेंसी से बाहर निकलने के प्रयास करने चाहिए.
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दरअसल, प्रवीण तोगड़िया झालावाड़ के झालरापाटन में धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार तीन तलाक बिल लाकर मुस्लिम महिलाओं की तो सुरक्षा कर रही है. लेकिन राम मंदिर के ऊपर संसद में कानून कानून नहीं बना सकी है. जबकि सरदार पटेल ने आजादी के 2 साल बाद ही सोमनाथ का निर्माण शुरू करवा दिया था. उसी तरीके से मोदी सरकार को भी 2014 में सरकार बनने के बाद राम मंदिर पर संसद में कानून बनाकर मंदिर निर्माण करवाना चाहिए था. इस दौरान उन्होंने सरकार की आर्थिक नीतियों पर भी निशाना साधा और कहा कि राम मंदिर तो बन जाएगा लेकिन लोगों के रोजगार और शिक्षा का क्या?
नागरिकता संशोधन बिल फैसले को सराहा...
प्रवीण तोगड़िया ने केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करते हुए कहा कि दुनिया भर के हिंदुओं की जन्मभूमि एकमात्र भारत देश है. इसलिए ये बिल उनके हित में है और मैं इस बिल का स्वागत करता हूं.