झालावाड़. झालावाड़-बारां लोकसभा सीट से जीत की हैट्रिक लगा चुके भाजपा प्रत्याशी दुष्यंत सिंह ने सोमवार को चौथी बार अपना नामांकन पत्र झालावाड़ के मिनी सचिवालय में पहुंचकर दाखिल किया. लेकिन इस बार खास बात यह रही की दुष्यंत सिंह के साथ उनकी मां वसुंधरा राजे मौजूद नहीं रहीं.
हालांकि उनके साथ पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, उनकी पत्नी निहारिका राजे और अनेक बीजेपी नेता मौजूद रहे. नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले दुष्यंत सिंह झालावाड़ के राड़ी के बालाजी मंदिर में पत्नी के साथ जाकर पूजा-अर्चना की और जीत का आशीर्वाद भी मांगा.
दुष्यंत सिंह ने नामांकन दाखिल करने के बाद रोड शो भी निकाला जो बीजेपी कार्यालय से शुरू होकर झालावाड़ के मुख्य मार्गों से गुजरते हुए मामा भांजे चौराहे पर खत्म हुआ. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे.
दुष्यंत सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज उन्हें बहुत खुशी है की बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने चौथी बार प्रत्याशी के रूप में मौका दिया है. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि 23 मई को जब मतगणना होगी. तब भारत के प्रधानमंत्री पुनः नरेंद्र मोदी ही बनेंगे. नामांकन में वसुंधरा राजे के मौजूद नहीं होने पर उन्होंने कहा कि साल 2004 में भी जब वे पहली बार पर्चा भरे थे. तब भी उनकी मां मौजूद नहीं थी और उनके लिए पार्टी बड़ी है. पार्टी ने उनको जो भी जिम्मेदारी दी है वो महत्वपूर्ण है. लेकिन उनका और संगठन का पूरा आशीर्वाद उनके ऊपर है. उन्होंने बीजेपी के जारी किए गए संकल्प पत्र के बारे में जानकारी होने से मना कर दिया.