झालावाड़. राजस्थान सरकार में श्रम मंत्री एवं झालावाड़ के प्रभारी मंत्री टीकाराम जूली द्वारा मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित बैठक में कोविड-19 से संक्रमित मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधाओं एवं टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की गई.
प्रभारी मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की द्वितीय लहर के कारण राजस्थान में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई थी. इस कमी को राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कुशल नेतृत्व में उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, गुजरात आदि राज्यों से ऑक्सीजन गैस लाकर हजारों मरीजों की जान बचाई गई. प्रदेश के 18 से 44 वर्ष के युवाओं को भी कोविड-19 के मुफ्त टीके लगाने के लिए माननीय मुख्यमंत्री ने अलग से बजट की व्यवस्था की है.
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, मेडिकल से जुडे हुए अधिकारियों व कर्मचारियों तथा जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों के सहयोग से झालावाड़ जिले में उत्कृष्ट कार्य किया है. जिले के मरीजों के साथ-साथ मध्यप्रदेश के मरीजों का भार होते हुए भी जिले के बेहतर चिकित्सकीय प्रबंधन से हजारों लोगों का इलाज किया गया है.
कोविड-19 की दूसरी लहर से फैले संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन लगाया गया है. जिससे स्थिति नियंत्रण में आई है. कोरोना की संभावित तीसरी लहर से खासतौर से छोटे बच्चों में संक्रमण की आशंका जाहिर की गई है. जिले में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए हमें ग्रामीण स्तर पर संचालित सीएचसी एवं पीएचसी पर चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार करना होगा.
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इसके साथ-साथ श्री राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय में चिकित्सा विभाग के निर्देशानुसार शिशु वार्ड जो 90 बेड का है, उसे 250 बेड का करना है. बच्चों के तीस बेड के आईसीयू को 100 बेड का करना है, एनआईसीयू के 20 बेड को 50 बेड तथा एसएनसीयू को 20 बेड से बढ़ाकर 100 बेड करना है. वहीं कोविड की तीसरी लहर को देखते हुए प्रस्तावित 250 बेड के शिशु वार्ड पर 25 चिकित्सक तथा 60 मेडिकल स्टॉफ की व्यवस्था के लिए मेडिकल कॉलेज झालावाड़ द्वारा प्रस्ताव बनाकर परियोजना निदेशक आरसीएच को भेज दिया गया है. इसके साथ-साथ प्रभारी मंत्री ने ब्लैक फंगस बीमारी से ग्रसित मरीजों की चिकित्सा के बारे में भी एसआरजी अधीक्षक डॉ. संजय पोरवाल से जानकारी प्राप्त की.
उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए महिला एवं बाल विकास तथा आरसीएचओ को संयुक्त रूप से कार्य करते हुए बच्चों के कुपोषण को दूर करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से बच्चों को पोषाहार का वितरण करवाने के निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक को दिए हैं. इसके साथ-साथ उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्र के सीएचसी-पीएचसी को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए हैं.
इसके बाद प्रभारी मंत्री ने खण्डिया पीएचसी पहुंच कर वहां चलाए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रम का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने टीका लगवाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की. इसके पश्चात प्रभारी मंत्री ने सीएचसी खानपुर में चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा भर्ती हो रहे मरीज के साथ उपस्थित अटेंडेंट से भी वहां दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.