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झालावाड़: ऑक्सीजन किल्लत के चलते कलेक्टर ने बुलाई आपात बैठक, इन मुद्दों पर चर्चा - राजस्थान की ताजा हिंदी खबरें

झालावाड़ में कलेक्टर ने ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए आपात बैठक बुलाई. जहां बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई.

Collector called emergency meeting, झालावाड़ में कलेक्टर ने बुलाई आपात बैठक
झालावाड़ में कलेक्टर ने बुलाई आपात बैठक
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Published : May 12, 2021, 1:54 PM IST

झालावाड़. कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण न सिर्फ अस्पताल फुल हो गए हैं, बल्कि ऑक्सीजन की भी भारी किल्लत हो गई है. जिसके बाद जिला कलेक्टर हरि मोहन मीणा ने ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर आपात बैठक बुलाई.

जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले कोरोना मरीजों की संख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है. राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय एवं सेटेलाइट अस्पताल भी फुल हो चुके है और कोई बेड उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि जिले को भिवाड़ी से मात्र 8 टन ऑक्सीजन गैस टैंकर की आपूर्ति हुई है, जबकि वर्तमान में मरीजों की संख्या बढने के कारण जिले को प्रतिदिन करीब 9 टन ऑक्सीजन गैस की आवश्यकता है.

उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए जिन निजी चिकित्सालयों की बेड क्षमता 60 से कम है, उनके लिए कोविड मरीजों को भर्ती रखने की बाध्यता नहीं है. उन्होंने बताया कि जिले के निजी अस्पताल एल.एन. अस्पताल, बालाजी अस्पताल, सरदार पटेल अस्पताल, नवजीवन अस्पताल, आयुषमान अस्पताल जिनकी बेड क्षमता 60 से कम है, ऐसे अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाया जाना संभव नहीं हो सकेगा.

पढ़ें- सहकारिता रजिस्ट्रार ने लिखा स्वास्थ्य सचिव को पत्र, विभाग के कर्मचारियों के लिए विशेष वैक्सीनेशन कैंप लगाने का आग्रह

इसके साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारोला कला, असनावर, रटलाई, बकानी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कोविड मरीज भर्ती नहीं करने के निर्देश दिए है. उन्होंने बताया कि जिन अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 60 से अधिक बेड आरक्षित है, वहां पर 50 प्रतिशत तक मरीजों के लिए जिला प्रशासन की ओर से उपलब्धता के आधार पर ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति की जाएगी. साथ ही उपरोक्त अस्पतालों को आक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने और स्वयं के ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट लगाने के निर्देश भी दिए गए.

झालावाड़. कोरोना के बढ़ते मरीजों के कारण न सिर्फ अस्पताल फुल हो गए हैं, बल्कि ऑक्सीजन की भी भारी किल्लत हो गई है. जिसके बाद जिला कलेक्टर हरि मोहन मीणा ने ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर आपात बैठक बुलाई.

जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले में ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले कोरोना मरीजों की संख्या में निरन्तर वृद्धि हो रही है. राजेन्द्र सार्वजनिक चिकित्सालय एवं सेटेलाइट अस्पताल भी फुल हो चुके है और कोई बेड उपलब्ध नहीं है. उन्होंने बताया कि जिले को भिवाड़ी से मात्र 8 टन ऑक्सीजन गैस टैंकर की आपूर्ति हुई है, जबकि वर्तमान में मरीजों की संख्या बढने के कारण जिले को प्रतिदिन करीब 9 टन ऑक्सीजन गैस की आवश्यकता है.

उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए जिन निजी चिकित्सालयों की बेड क्षमता 60 से कम है, उनके लिए कोविड मरीजों को भर्ती रखने की बाध्यता नहीं है. उन्होंने बताया कि जिले के निजी अस्पताल एल.एन. अस्पताल, बालाजी अस्पताल, सरदार पटेल अस्पताल, नवजीवन अस्पताल, आयुषमान अस्पताल जिनकी बेड क्षमता 60 से कम है, ऐसे अस्पतालों को ऑक्सीजन उपलब्ध करवाया जाना संभव नहीं हो सकेगा.

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इसके साथ-साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारोला कला, असनावर, रटलाई, बकानी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को कोविड मरीज भर्ती नहीं करने के निर्देश दिए है. उन्होंने बताया कि जिन अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 60 से अधिक बेड आरक्षित है, वहां पर 50 प्रतिशत तक मरीजों के लिए जिला प्रशासन की ओर से उपलब्धता के आधार पर ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति की जाएगी. साथ ही उपरोक्त अस्पतालों को आक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने और स्वयं के ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट लगाने के निर्देश भी दिए गए.

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