झालावाड़. झालरापाटन में जानवरों का ब्यूटी पार्लर आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां पर जानवरों को सजाने की अनेक सामग्रियां उपलब्ध हैं. जिन्हें पशुपालक भारी संख्या में खरीद रहे हैं.
समाज में श्रंगार को बहुत महत्व दिया जाता है. इस में आपने पुरुषों और खासतौर से महिलाओं के ब्यूटी पार्लर का नाम तो खूब सुना होगा. जहां पर महिलाओं का श्रृंगार किया जाता है, उनको सजाया जाता है. लेकिन झालावाड़ के झालरापाटन में इन दिनों जानवरों का ब्यूटी पार्लर लगा हुआ है. जो सभी लोगों के लिए खासतौर से पशुपालकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.
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झालरापाटन के मेले में लगे इस जानवरों की ब्यूटी पार्लर पर काफी लोग अपने जानवरों को सजाने के लिए काफी सारी श्रृंगार सामग्री खरीद रहे हैं. जानवरों की श्रृंगार सामग्री बेचने के लिए प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के अनेक राज्यों से लोग आए है. दुकानदारों का कहना है कि जिस प्रकार से इंसानों को सजाने के लिए ब्यूटी पार्लर होता है उसी प्रकार हमारे पास जानवरों को सजाने के लिए ब्यूटी पार्लर है. जिसमें हम जानवरों को सजाने का सारा सामान रखते हैं.
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दुकानदारों का कहना है कि घोड़ा-घोड़ी के श्रंगार के लिए उनके पास जेवर, कांटी, सपाट, बेस्टन और स्टॉक है. इस सामग्री से घोड़ा-घोड़ी को नीचे से सजाया जाता है वहीं मुंह पर सजाने के लिए जीन और मोहरा है. साथ ही नियंत्रण के लिए लगाम भी है. घोड़ा-घोड़ी की पीठ पर सजावट के लिए विशेष चादर होती है और सर्दी से बचाने के लिए विशेष प्रकार का झूल भी हैं. साथ ही घोड़े को मालिश करने और पानी पिलाने की सामग्री भी उनके पास उपलब्ध है. वहीं, गाय, भैंस और बैल के लिए मोहरी और घुंघुरू है. साथ ही गले और पैरों में बांधने की घंटी भी है. इन श्रृंगार सामग्री से वो जानवरों को सजाते हैं, इसलिए आसपास के लोग इसे जानवरों के ब्यूटी पार्लर के नाम से जानते हैं.