झालावाड़. मकर संक्रांति के मौके पर जिले में शनिवार को श्री कृष्ण गोशाला में गोमाता को 56 भोग लगाया गया. गोमाता को विभिन्न प्रकार की सब्जियां, व्यंजन, फल, सूखे मेवे आदि का भोग लगाया गया. इस मौके पर शहर के सैंकड़ों दर्शनार्थी परिवार सहित श्री कृष्ण गोशाला पहुंचे थे. इस आयोजन के लिए गोशाला को विशेष तौर पर मांडणे से सजाया गया.
मकर संक्रांति के दिन गोमाता को तिल-गुड़ व चारा खिलाने की परंपरा हमेशा से रही है. इसके तहत यह अनूठा आयोजन किया जा रहा है. इसमें गायों को पोषण देने व दूध की वृद्धि करने वाले आहार की प्रदर्शनी भी लगाई गई. यह पहला अवसर है जब गोशाला में छप्पन भोग का आयोजन किया गया है. झालावाड़ की श्री कृष्ण गोशाला जीर्ण शीर्ण हो चुकी है. इसके जीर्णोद्धार के लिए समाजसेवी शैलेंद्र यादव व भामाशाहों ने पहल की है.
56 भोग में सब्जियों से लेकर विभिन्न प्रकार की मिठाइयां : इस समय करीब 1100 गोवंश गोशाला में आश्रित हैं. श्री कृष्ण गोशाला में गोवंश की सेवा के लिए लगातार काम होते रहे हैं. मकर सक्रांति के अवसर पर गोशाला समिति सदस्यों की ओर से गोमाता के लिए छप्पन भोग का आयोजन किया गया. इसमें 21 तरह के व्यंजन, मिठाइयां, खल चूरी सहित विभिन्न भोज्य सामग्रियां तैयार की गईं.
संत झंकारेश्वर दास जी महाराज के सानिध्य में गोमाता पूजन के बाद बड़ी संख्या में गौशाला पहुंचे नागरिकों ने गोवंशों को छप्पन भोग खिलाकर आशीर्वाद प्राप्त किया. इस अवसर पर श्री कृष्ण गोशाला समिति के संरक्षक शैलेंद्र यादव ने कहा कि यह पहला अवसर है, जब श्री कृष्ण गोशाला में छप्पन भोग का आयोजन किया गया है. गौमाता के संरक्षण व सेवा के लिए आगे भी विभिन्न आयोजन समाजसेवियों की ओर से किए जाते रहेंगे.