ETV Bharat / state

जालोर: अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच और ग्रामीण आमने-सामने...पद से इस्तीफा देने की दी धमकी

जिले के चितलवाना उपखंड के टॉपी गांव में सरपंच और ग्रामीण आमने सामने खड़े हो गए है. ग्रामीण गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे है, जबकि सरपंच अतिक्रमण हटाने से इनकार कर रहे है. सरपंच ने ग्रामीणों से साफ कहा अपने पद से इस्तीफा दे सकता हूं, लेकिन जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सकता.

author img

By

Published : Feb 19, 2019, 9:44 AM IST

अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच और ग्रामीण आमने-सामने

जालोर. टॉपी गांव में ग्राम पंचायत भवन में सरपंच राणाराम प्रजापत के मौजूदगी में विशेष बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें ग्रामीणों ने सरपंच के कार्यकाल में किए गए कार्यों व ग्राम पंचायत के मुख्यालय के आसपास गोचर की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर सरपंच से सवाल किए. लेकिन सरपंच एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए. ग्रामीणों के सवालों से परेशान होकर सरपंच ने आखिर में बोल दिया कि मैं अपने सरपंच पद से इस्तीफा दे सकता हूं, लेकिन गोचर की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सकता.

अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच और ग्रामीण आमने-सामने
undefined

इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच पर भी अवैध तौर पर गोचर की जमीन में दुकानें बनाकर किराए पर देने का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत के पास गोचर की जमीन पर बड़े भू माफियाओं ने कब्जा कर रखा है. जिन्होंने भारी मात्रा में दुकानों का निर्माण भी करवा रखा है. साथ ही दुकानों को किराए पर दिया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग पिछले 15 सालों से लगातार उठाई जा रही है. लेकिन प्रशासन कि तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों ने हाई कोर्ट में रिट भी लगा रखी है. जिसमें तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक को हाई कोर्ट में तलब किया था लेकिन अतिक्रमण आज भी लगातार जारी है.

अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच और ग्रामीण आमने-सामने
undefined

जालोर. टॉपी गांव में ग्राम पंचायत भवन में सरपंच राणाराम प्रजापत के मौजूदगी में विशेष बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें ग्रामीणों ने सरपंच के कार्यकाल में किए गए कार्यों व ग्राम पंचायत के मुख्यालय के आसपास गोचर की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर सरपंच से सवाल किए. लेकिन सरपंच एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए. ग्रामीणों के सवालों से परेशान होकर सरपंच ने आखिर में बोल दिया कि मैं अपने सरपंच पद से इस्तीफा दे सकता हूं, लेकिन गोचर की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सकता.

अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच और ग्रामीण आमने-सामने
undefined

इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच पर भी अवैध तौर पर गोचर की जमीन में दुकानें बनाकर किराए पर देने का आरोप लगाया. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत के पास गोचर की जमीन पर बड़े भू माफियाओं ने कब्जा कर रखा है. जिन्होंने भारी मात्रा में दुकानों का निर्माण भी करवा रखा है. साथ ही दुकानों को किराए पर दिया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग पिछले 15 सालों से लगातार उठाई जा रही है. लेकिन प्रशासन कि तरफ से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों ने हाई कोर्ट में रिट भी लगा रखी है. जिसमें तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक को हाई कोर्ट में तलब किया था लेकिन अतिक्रमण आज भी लगातार जारी है.

अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच और ग्रामीण आमने-सामने
undefined
Intro:गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने को लेकर सरपंच व ग्रामीण आमने सामने
- ग्रामीण बोले सरपंच अतिक्रमण हटाने में साथ दे, सरपंच बोले पद से इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन नहीं हटाऊंगा अतिक्रमण
जालोर
जिले के चितलवाना उपखंड के टॉपी गांव में गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने को लेकर ग्रामीण व सरपंच आमने सामने हो गए। ग्रामीण गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग कर रहे है जबकि सरपंच अतिक्रमण हटाने से इनकार कर रहे है। सरपंच ने ग्रामीणों को साफ कहा कि अपने पद से इस्तीफा दे सकता हु, लेकिन गोचर की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सकता। इसके बाद ग्रामीण गुस्साए और सरपंच के विरोध नारेबाजी करते हुए मामले को उच्च स्तर तक ले जाने की बात कहीं। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत के भवन में सरपंच राणाराम प्रजापत के मौजूदगी में विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीणों ने सरपंच के कार्यकाल में किए गए कार्यों व टॉपी ग्राम पंचायत के मुख्यालय के आसपास गोचर और ओरण की जमीन पर अतिक्रमण कर दुकानें बनाने व प्लॉट काटकर बेचने के मामले में ग्रामीणों ने सरपंच से सवाल किए, लेकिन सरपंच एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए। ग्रामीणों के सवालों से परेशान होकर सरपंच ने आखिर में बोल दिया में अपने सरपंच पद से इस्तीफा दे सकता हूं लेकिन गोचर और ओरण की जमीन से अतिक्रमण नहीं हटा सकता। इस दौरान ग्रामीणों ने सरपंच पर भी अवैध तौर पर गोचर की जमीन में दुकानें बनाकर किराए पर देने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत के पास गोचर की जमीन पर बड़े भू माफियाओं ने कब्जा कर रखा है जिन्होंने भारी मात्रा में दुकानों का निर्माण भी करवा रखा है इसे किराए पर दिया जा रहा है। इसके अलावा खाली पड़ी जमीन को भी भू माफिया स्टांप पर लिख कर भेज रहे है जिससे लाखों करोड़ों रुपए कमा रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि गोचर की जमीन से अतिक्रमण हटाने की मांग पिछले 15 सालों से लगातार उठाई जा रही है लेकिन प्रशासन कि और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों ने हाई कोर्ट में रिट भी लगा रखी है जिसमें तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक को हाई कोर्ट में तलब किया था लेकिन अतिक्रमण आज भी लगातार जारी है।


Body:करोड़ों की जमीन पर अतिक्रमण लेकिन प्रशासन चुप
जालोर
जिले की टॉपी ग्राम पंचायत में करोड़ों रुपए की गोचर की जमीन पर लगातार कई सालों से अतिक्रमण किया जा रहा है जिसके कारण गोचर की जमीन भूमि अतिक्रमण की भेंट चढ़ गई लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई है। स्थानीय ग्रामीणों ने गोचर पर हो रहे लगातार अतिक्रमण को लेकर चितलवाना तहसीलदार जालौर कलेक्टर सहित राज्य सरकार तक अपील कर अतिक्रमण हटाने की मांग की, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया। इसके बाद परेशान ग्रामीणों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जिसके माध्यम से अतिक्रमण से गोचर की जमीन को मुक्त करने की मांग की, लेकिन अभी तक सुनवाई ही हो रही है लेकिन कोई फैसला नहीं आ पाया। ऐसे में ग्रामीण परेशान है ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच सहित कई बड़े सत्ताधारी भू माफिया गोचर की जमीन पर अतिक्रमण कर बेच रहे हैं लेकिन प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है।


Conclusion:जालोर
जिले के टॉपी ग्राम पंचायत में आयोजित हुई बैठक में ग्रामीणों ने इंटरनेट से जानकारी निकाल कर ग्राम पंचायत में किए गए कार्यों कब तक सत्यापन किया गया। इसमें कई ऐसे कार्य भी पाए गए जिसका भुगतान 2016- 17 में उठा लिया गया, लेकिन कार्य आज दिन तक पूरा नहीं हो पाया। इसके अलावा ऐसे कार्य भी थे जिनके नाम का भुगतान उठा लिया गया जबकि धरातल पर कार्य हुआ ही नहीं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.