रानीवाड़ा (जालोर). - रानीवाड़ा सरस डेयरी के काम में जिम्मेदार अधिकारियों की मौजूदगी में विभिन्न स्तर पर लापरवाही भी बरती जा रही है. इसी तरह की लापरवाही रानीवाड़ा सरस डेयरी पर नजर आई, जब डेयरी के बॉयलर प्लांट में दूध को गर्म करने और उसका पाउडर बनाने के लिए काम आने वाले कोयले की बजाय मात्र कोयले के पाउडर के ट्रक की अनलोडिंग कर दी गई. जब कि सीधे तौर पर बॉयलर में एक निर्धारित साइज के कोयले की जरुरत होती है, क्योंकि उसमें जाली लगी रहती है. जब यह मामला डेयरी के एमडी तक पहुंचा तो आनन फानन में उन्होंने इसकी जिम्मेदारी बॉयलर ऑपरेटर पर डालते हुए बॉयलर ऑपरेटर गणेशाराम को सस्पेंड कर दिया है.
ऐसे चल रहा काम
बता दें कि मामले में ऑपरेटर गणेशाराम को फिलहाल सस्पेंड किया गया है. जबकि इस मामले में बड़े स्तर पर लापरवाही नजर आ रही है. क्योंकि क्वालिटी जांचने का काम केवल एक कार्मिक पर नहीं थोपा जा सकता. वहीं दूसरी तरफ रानीवाड़ा डेयरी की हालत का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि यहां तैनात एमडी के पास रानीवाड़ा के अलावा उदयपुर और बांसवाड़ा तक के अतिरिक्त चार्ज है. सीधे तौर पर कार्य की गुणवत्ता का अभाव है और यहां लापरवाही ही बरती जा रही है.
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मामले कि होगी जांच
वहीं इस पर अधिकारी का कहना है कि जांच के बाद ही मामले के बारे में स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा. लेकिन रोजाना करीब 15 टन कोयला पहुंचने के बाद भी यहां किसी तरह की पुख्ता जांच नहीं होने से मामले में बहुत से ऐसे तथ्य है, जिनकी जांच जरुरी है. जिससे लापरवाह अधिकारियों और कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई हो सके.
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वहीं डेयरी के एमडी उमेश गर्ग का कहना है कि कोयले में कुछ गड़बड़ी की जानकारी मिली थी. हमें सूचना मिली कि गणेशाराम नाम के व्यक्ति ने ही उन गाडिय़ों को खाली करवाया है. जिस पर उसे फिलहाल सस्पेंड कर दिया गया है. इसी के साथ जांच के लिए कमेटी बिठाई गई है. कमेटी की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.