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महिला सुरक्षा पर सियासी संग्राम ! पूर्व सीएम पर कैबिनेट मंत्री गोदारा का पलटवार, कहा- गहलोत को नैतिक अधिकार नही - MINISTER SUMIT GODARA

राजस्थान में महिला सुरक्षा को लेकर सियासी संग्राम, गहलोत और भाजपा के मंत्री के बीच बयानबाजी.

महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सियासी हलचल
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा. (फाइल फोटो)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 19, 2025, 7:31 AM IST

जयपुर. प्रदेश में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सियासी हलचल तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिला सुरक्षा को लेकर मौजूदा भजनलाल सरकार पर हमला बोलते हुए सोशल मीडिया के जरिए आरोप लगाया, तो पलटवार में भाजपा सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने जवाबी बयान जारी किया. गोदारा ने गहलोत पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें महिला सुरक्षा पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि कांग्रेस सरकार के दौरान राजस्थान महिला अपराधों के मामले में देशभर में सबसे ऊपर था.

मंत्री सुमित गोदारा ने एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि कांग्रेस के शासन में राजस्थान महिला अपराधों के मामले में पहले स्थान पर था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान पांच साल में 30,000 से अधिक दुष्कर्म की घटनाएं हुईं और 1.5 लाख से अधिक महिला अत्याचार की एफआईआर दर्ज की गई. गोदारा ने यह भी आरोप लगाया कि गहलोत के मुख्यमंत्री रहते हुए दुष्कर्म के मामलों को लेकर झूठे बयान दिए गए थे और महिलाओं के लिए शर्मनाक टिप्पणियां की गईं.

इसे भी पढ़ें: गहलोत का भाजपा सरकार पर बड़ा हमला, कहा- नाबालिगों से दुष्कर्म में राजस्थान नंबर 1

भाजपा सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के प्रयास : गोदारा ने भाजपा सरकार की ओर से महिला सुरक्षा को लेकर किए गए प्रयासों को भी उजागर किया. उन्होंने बताया कि जनवरी 2024 से अब तक महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 10.18 प्रतिशत और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के खिलाफ अपराधों में 14.28 प्रतिशत की कमी आई है. इसके अलावा, अपराध नियंत्रण के लिए भाजपा सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जैसे ‘कालिका पेट्रोलिंग यूनिट’, महिलाओं के लिए 24 घंटे पुलिस सहायता एप, और रोडवेज बसों में पैनिक बटन प्रणाली. गोदारा ने यह भी बताया कि महिला अपराधों को कम करने के लिए महिला डेस्क की स्थापना और एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया गया है.

दुष्कर्म के मामलों में कमी : गोदारा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में महिलाओं की सुरक्षा बेहद कमजोर थी और औसतन रोजाना 15 दुष्कर्म के मामले दर्ज होते थे. जबकि भाजपा सरकार के दौरान 2024 में दुष्कर्म के मामलों में 6.88 प्रतिशत की कमी आई है. उन्होंने एक अन्य उदाहरण देते हुए कहा कि 2022 में जयपुर के शास्त्रीनगर में एक बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति के कारण पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों को छोड़ दिया था. सुमित गोदारा ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर है और वह राज्य में महिला अपराधों को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत है. उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य सरकार इस दिशा में और भी कदम उठाएगी, ताकि ऐसे घिनौने अपराधों पर पूरी तरह से काबू पाया जा सके.

जयपुर. प्रदेश में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सियासी हलचल तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिला सुरक्षा को लेकर मौजूदा भजनलाल सरकार पर हमला बोलते हुए सोशल मीडिया के जरिए आरोप लगाया, तो पलटवार में भाजपा सरकार के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने जवाबी बयान जारी किया. गोदारा ने गहलोत पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें महिला सुरक्षा पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि कांग्रेस सरकार के दौरान राजस्थान महिला अपराधों के मामले में देशभर में सबसे ऊपर था.

मंत्री सुमित गोदारा ने एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि कांग्रेस के शासन में राजस्थान महिला अपराधों के मामले में पहले स्थान पर था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान पांच साल में 30,000 से अधिक दुष्कर्म की घटनाएं हुईं और 1.5 लाख से अधिक महिला अत्याचार की एफआईआर दर्ज की गई. गोदारा ने यह भी आरोप लगाया कि गहलोत के मुख्यमंत्री रहते हुए दुष्कर्म के मामलों को लेकर झूठे बयान दिए गए थे और महिलाओं के लिए शर्मनाक टिप्पणियां की गईं.

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भाजपा सरकार द्वारा महिला सुरक्षा के प्रयास : गोदारा ने भाजपा सरकार की ओर से महिला सुरक्षा को लेकर किए गए प्रयासों को भी उजागर किया. उन्होंने बताया कि जनवरी 2024 से अब तक महिलाओं के खिलाफ अपराधों में 10.18 प्रतिशत और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के खिलाफ अपराधों में 14.28 प्रतिशत की कमी आई है. इसके अलावा, अपराध नियंत्रण के लिए भाजपा सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं, जैसे ‘कालिका पेट्रोलिंग यूनिट’, महिलाओं के लिए 24 घंटे पुलिस सहायता एप, और रोडवेज बसों में पैनिक बटन प्रणाली. गोदारा ने यह भी बताया कि महिला अपराधों को कम करने के लिए महिला डेस्क की स्थापना और एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया गया है.

दुष्कर्म के मामलों में कमी : गोदारा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान राज्य में महिलाओं की सुरक्षा बेहद कमजोर थी और औसतन रोजाना 15 दुष्कर्म के मामले दर्ज होते थे. जबकि भाजपा सरकार के दौरान 2024 में दुष्कर्म के मामलों में 6.88 प्रतिशत की कमी आई है. उन्होंने एक अन्य उदाहरण देते हुए कहा कि 2022 में जयपुर के शास्त्रीनगर में एक बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति के कारण पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों को छोड़ दिया था. सुमित गोदारा ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर है और वह राज्य में महिला अपराधों को कम करने के लिए लगातार प्रयासरत है. उन्होंने विश्वास जताया कि राज्य सरकार इस दिशा में और भी कदम उठाएगी, ताकि ऐसे घिनौने अपराधों पर पूरी तरह से काबू पाया जा सके.

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