जालोर. कोरोना को लेकर लागू लॉकडाउन के दौरान अन्य प्रदेश के जिले में फंसे लोगों और श्रमिकों को लेकर विशेष रेलगाड़ी बुधवार को कासगंज, बरेली, गोंडा और गोरखपुर के आस-पास के गांवों के लिए रवाना हुई.
इस ट्रेन में लगभग 1200 प्रवासी श्रमिक रवाना हुए हैं. राज्य सरकार द्वारा इन श्रमिकों का किराया वहन किया गया है. जिला प्रशासन निशुल्क भोजन, बिस्किट, पानी और अल्पाहार के पैकेट्स दिए गए. श्रमिकों के लिए विशेष रेलगाड़ी की रवानगी के समय जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक उपस्थित रहे.
पढ़ें: जयपुर बम ब्लास्ट: जहां बहती है अमन और चैन की गंगा, वहां बह रहा था निर्दोषों का खून
जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन से पहले उत्तरप्रदेश के सैंकड़ों लोग जिले में मजदूरी का कार्य करते थे, लेकिन लॉकडाउन लागू होने के कारण यह मजदूर जिले में फंस गए थे. लॉकडाउन में काम काज पूरी तरह बन्द होने के कारण इन मजदूरों की मांग पर राज्य सरकार द्वारा विशेष ट्रेन द्वारा उत्तर प्रदेश पहुंचाया जा रहा है.
मेडिकल जांच के बाद किया रवाना
उत्तर प्रदेश के करीबन 1200 श्रमिकों को आज ट्रेन से रवाना किया गया. रेलवे स्टेशन पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्रपाल सिंह, जालोर उपखंड अधिकारी चम्पालाल जीनगर, जिला रसद अधिकारी लल्लूराम मीणा के निर्देशन में पुलिस और प्रशासन की टीम द्वारा स्क्रीनिंग, दस्तावेज जांच, अल्पहार वितरण सहित विभिन्न व्यवस्थाओं को करते हुए कारीबम 1200 श्रमिकों को रवाना किया गया.
अलग-अलग काउंटर स्थापित कर दस्तावेज जांचे
उत्तर प्रदेश के इन श्रमिकों के लिए दस्तावेजों के सत्यापन के लिए रेल्वे स्टेशन पर अलग अलग काउंटर स्थापित किये गए थे. काउंटर नम्बर 1 पर कासंगज, हाथरस, एटा और अलीगढ़. काउंटर नम्बर 2 पर बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुरा.
ये पढ़ें: राजसमंद: संभागीय आयुक्त ने किया क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण
काउंटर नम्बर 3 पर गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और काउंटर नम्बर 4 पर गोरखपुर, महाराजगंज, देवरिया और कुशीनगर के पंजीकृत यात्रियों की दस्तावेजो की जांच की गई.