जालोर. जिले के रामसीन थाना क्षेत्र के लूर बोरटा गांव की सरहद में लेदरमेर गांव जाने वाली कच्ची सड़क के पास रविवार को खाई में एक युवक की नग्न अवस्था में रेत में दफनाया हुआ शव बरामद हुआ था. शव की हालत देखने पर मर्डर करके शव को दफनाने की अंदेशा लगा था. जिसके बाद पुलिस ने कड़ी मशक्कत करके इस ब्लांइड मर्डर का खुलासा करके मृतक की हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी रसाल कंवर और उसके प्रेमी मोहन सिंह राव को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि तीन से चार दिन पुराना होने के कारण शव की पहचान नहीं हो पा रही थी. लेकिन जिले के थानों में दर्ज गुमसुदगी के आधार पर पता करने पर शव की शिनाख्त डुंगरदान पुत्र हरदान चारण के रुप में हुई. जिसके बाद पुलिस ने जालोर कोतवाली पुलिस की मदद से पता करके मृतक के परिजनों से संपर्क किया और मामले की जांच के लिए पूछताछ की, तो सामने आया कि डुंगरदान को 12 जुलाई को जालोर में चेकअप करवाने के लिए लेकर गए थे.
जिसके बाद पुलिस ने जालोर के राजकीय अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो फुटेज में मृतक डुंगरदान के साथ उसकी पत्नी और दो अन्य लोग अस्पताल में काले कलर की बोलेरो गाड़ी से आए थे. ऐसे में पुलिस ने पता किया तो फुटेज में दिखने वाले मोहन सिंह राव और मृतक की पत्नी रसाल कंवर के बीच में प्रेम प्रसंग और नाजायज सम्बन्ध की बात सामने आई. जिसके बाद पुलिस ने दोनों से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे मामले का खुलासा हो गया. वहीं, पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
रास्ते से हटाने के लिए की हत्या
डुंगरदान चारण मूलत: रूप से बागौड़ा थाना क्षेत्र के कालेटी गांव का निवासी था और मजदूरी करने और अपने बच्चों की पढाई के लिए परिवार सहित भीनमाल शहर के लक्ष्मी माता मन्दिर के पास किराये के मकान में रह रहा था. भीनमाल में रहने के दौरान मृतक डुंगरदान की पत्नी रसाल कंवर की मोहनसिंह पुत्र चौपसिंह राव निवासी पुराना नरता रोड, भीनमाल से दोस्ती हुई, तब मोहनसिंह राव ने रसालकंवर को प्लॉट दिलवाने और जिन्दगी भर साथ देने का प्रलोभन दिया. तब रसाल कंवर और मोहनसिंह के आपस में नाजायज अवैध सम्बन्ध स्थापित हो गए.
वहीं, मृतक को स्वयं की पत्नि रसालकंवर के मोहनसिंह राव से अवैध सम्बन्ध होने का पता चला तो उसने विरोध करना शुरू किया. तब मृतक की पत्नी रसालकंवर और उसके प्रेमी मोहनसिंह राव ने स्वयं के नाजायज सम्बन्धों का आबाद रखने के लिये डुंगरदान को ठिकाने लगाने की योजना बनाई. उसके बाद 12 जुलाई को डुंगरदान को इलाज करवाने के लिए बोलेरो जीप में जालोर हॉस्पीटल तक ले गए. इसके बाद वापस आते समय मौका देख कर डुंगरदान की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को सुनसान जगह पर ले जाकर दफना दिया, लेकिन पुलिस ने कड़ी मशक्कत करते हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करके आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.