जालोर. जिला मुख्यालय के राजेन्द्र नगर में बीते सोमवार 7 जुलाई की शाम को आवारा पशुओं की लड़ाई में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई थी. 3 दिन बाद प्रशासन सतर्क हुआ है और शहर से आवारा पशुओं को हटाया जा रहा है. इस बीच नगर परिषद की लापरवाही पर सीजेएम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया और कोतवाली पुलिस को आदेश देकर नगर परिषद के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश भी दिए है.
निर्देश पर नगर परिषद आयुक्त और सभापति पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है. इस घटनाक्रम को लेकर शनिवार को जालोर-सिरोही के सांसद देवजी एम पटेल ने भी बड़ा बयान दिया है. जालोर दौरे के दौरान देवजी पटेल से मीडिया ने सवाल किया कि शहर के नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड बना हुआ है. आवारा सांड के हमले में एक बुजुर्ग व्यक्ति की जान गई है. सीजेएम ने एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं.
मीडिया के सवालों के जवाब में पटेल ने कहा कि नगर परिषद और शहर में संचालित गोशाला के बीच में कम्युनिकेशन गैप के कारण बुजुर्ग की जान गई है. उन्होंने कहा कि आगे भी नगर परिषद के बोर्ड को जिम्मेदारी लेते हुए शहर में घूम रहे आवारा पशुओं को हटाकर गोशाला में भिजवाने चाहिए, ताकि आगे भी किसी व्यक्ति की जान नहीं जाए.
जालोर नगर परिषद में भाजपा का बोर्ड बना हुआ है. सभापति गोविंद टांक और उप सभापति अंबा लाल व्यास हैं. ऐसे में आवारा सांड के हमले से बुजुर्ग की मौत होने के बाद कांग्रेस के पार्षद भाजपा पर हावी हो गए हैं. कांग्रेस पार्षदों ने भी नगर परिषद के बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा का बोर्ड बिल्कुल निकम्मा और नकारा है. बोर्ड बनने से लेकर आज तक आवारा पशुओं के कारण कई हादसे हुए, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पाया. जिसके चलते अब एक बुजुर्ग की जान तक चली गई है