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Corona वायरस को लेकर फैली अफवाह, सांचोर बार एसोसिएशन का पत्र वायरल - कोरोना वायरस

जालोर के सांचोर बार एसोसिएशन ने लेटर हेड पर कोरोना वायरस के 6 मरीज पाए जाने की अफवाह वायरल हो रही है. यह अफवाह सांचोर बार एसोसिएशन के लेटर हैड से वायरल हुई है. जिसके बाद शहर सहित आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैल गई.

सांचोर बार एसोसिएशन, Sanchor Bar Association
सांचोर बार एसोसिएशन
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Published : Mar 19, 2020, 10:36 AM IST

सांचोर (जालोर). कोरोना वायरस को लेकर पूरा देश ही नहीं विश्व के ज्यादातर देशों में हाहाकार मचा हुआ है. ऐसे संवेदनशील माहौल में गुरूवार को संवेदनहीनता का एक नमूना सामने आया. जहां सांचोर बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सब डिवीजन मजिस्ट्रेट के नाम एक पत्र लिखकर सांचोर में कोरोना के 6 मरीज पाए जाने को वजह बताते हुए कोर्ट का कार्य रोके जाने की बात रखी.

सांचोर बार एसोसिएशन ने कोरोना को लेकर फैलाई अफवाह

साथ ही पड़ोस में मुस्लिम समुदाय के पीर की जाल मेले को भी रोके जाने की मांग की. उसके बाद उस पत्र की कॉपी को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया पर आया, तो क्षेत्र में हड़कम्प मच गया. व्हाट्सएप ग्रुपों में लोग कोरोना मरीजों की जानकारी को लेकर एक दुसरे को फोन करने लगे. इस दौरान यह पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को ट्वीट कर दिया गया.

इन सबके बाद प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने एडीएम छगन लाल गोयल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी गजेंद्र सिंह देवल को जांच के लिए सांचोर भेजा. यहां आने के बाद पूरे मामले की सच्चाई खोजी, तो कोरोना के 6 मरीज पाया जाना महज एक अफवाह निकली. जिसके बाद प्रशासन ने सभी से अपील जारी कि है कि इस संवेदनशील मौके पर अफवाह नहीं फैलाएं.

पढ़ें: टली से लौटे झुंझुनू के 3 लोग पाए गए कोरोना पॉजिटिव, आइसोलेशन वार्ड में भर्ती

वहीं पत्र वायरल होने के बाद जब मामला काफी बढ़ गया, तो बार असोसिएशन ने वापस पत्र जारी कर सफाई दी. जिसमें बताया कि हमारा मकसद केवल प्रशासन को जानकारी देना था. लेकिन किसी ने उस पत्र को वायरल कर दिया. हालांकि 6 मरीजों का आंकड़ा कहा से लाए इसके बारे में उन्होंने सफाई में कोई खुलासा नहीं किया.

सांचोर (जालोर). कोरोना वायरस को लेकर पूरा देश ही नहीं विश्व के ज्यादातर देशों में हाहाकार मचा हुआ है. ऐसे संवेदनशील माहौल में गुरूवार को संवेदनहीनता का एक नमूना सामने आया. जहां सांचोर बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सब डिवीजन मजिस्ट्रेट के नाम एक पत्र लिखकर सांचोर में कोरोना के 6 मरीज पाए जाने को वजह बताते हुए कोर्ट का कार्य रोके जाने की बात रखी.

सांचोर बार एसोसिएशन ने कोरोना को लेकर फैलाई अफवाह

साथ ही पड़ोस में मुस्लिम समुदाय के पीर की जाल मेले को भी रोके जाने की मांग की. उसके बाद उस पत्र की कॉपी को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. जैसे ही यह पत्र सोशल मीडिया पर आया, तो क्षेत्र में हड़कम्प मच गया. व्हाट्सएप ग्रुपों में लोग कोरोना मरीजों की जानकारी को लेकर एक दुसरे को फोन करने लगे. इस दौरान यह पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा को ट्वीट कर दिया गया.

इन सबके बाद प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने एडीएम छगन लाल गोयल और मुख्य चिकित्सा अधिकारी गजेंद्र सिंह देवल को जांच के लिए सांचोर भेजा. यहां आने के बाद पूरे मामले की सच्चाई खोजी, तो कोरोना के 6 मरीज पाया जाना महज एक अफवाह निकली. जिसके बाद प्रशासन ने सभी से अपील जारी कि है कि इस संवेदनशील मौके पर अफवाह नहीं फैलाएं.

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वहीं पत्र वायरल होने के बाद जब मामला काफी बढ़ गया, तो बार असोसिएशन ने वापस पत्र जारी कर सफाई दी. जिसमें बताया कि हमारा मकसद केवल प्रशासन को जानकारी देना था. लेकिन किसी ने उस पत्र को वायरल कर दिया. हालांकि 6 मरीजों का आंकड़ा कहा से लाए इसके बारे में उन्होंने सफाई में कोई खुलासा नहीं किया.

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